आध्यात्मिक गुरु परमहंस प्रज्ञानानंद जी पटना पहुंचे, क्रिया योग पर दो दिवसीय कार्यक्रम कल से
आध्यात्मिक गुरु परमहंस प्रज्ञानानंद जी शनिवार को व क्रिया योग पर दो दिवसीय कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। वे कहते हैं कि क्रिया योग वेदांत उपनिषदों एवं गीता का प्रायोगिक भाग है।
पटना [जेएनएन]। आध्यात्मिक गुरु व क्रिया योग के प्रवर्तक गुरु परमहंस प्रज्ञानानंद जी शुक्रवार को अपने दो दिवसीय कार्यक्रम के सिलसिले में पटना पहुंचे। वे शनिवार व रविवार को पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर में योग से आध्यात्म पर अपने विचारों को रखेंगे।
वेदांत उपनिषदों एवं गीता का प्रायोगिक भाग है क्रिया योग
गुरु परमहंस प्रज्ञानानंद जी शुक्रवार को कहा कि क्रिया योग वेदांत उपनिषदों एवं गीता का प्रायोगिक भाग है। यह तीनों योग (कर्म योग, ज्ञान योग व भक्ति योग) का मेल है। क्रिया योग के अभ्यास से वेदांत के उपदेशों का सार अनुभूत किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सभी योग एवं साधनों का उद्देश्य साधक को अंतर्मुखी बनाना है। क्रिया योग इस प्रक्रिया को तेज करता है।
क्रिया योग के प्रसार के लिए करते देश-विदेश का भ्रमण
गुरु परमहंस प्रज्ञानानंद जी क्रिया योग के प्रसार के लिए विश्व के विभिन्न देशों में भ्रमण करते रहे हैं। साथ ही वे देश के अंदर भी भमण करते रहे हैं। इसी सिलसिले में वे अपने दो दिवसीय क्रिया योग कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे हैं। उनके साथ समर्पणानंद जी महाराज व परिपूर्णानंद जी महाराज भी आए हैं।
हर आदमी करे मानव के साथ-साथ गौ-माता की भी सेवा
गुरु परमहंस प्रज्ञानानंद जी कहते हैं कि भारत गांवों का देश है, जहां की संस्कृति गंवई माहौल पर आधारित है। कहते हैं दुनिया में सबसे बड़ी सेवा गौ-माता की सेवा है। उन्होंने हर आदमी को मानव के साथ-साथ गौ-माता की भी सेवा करने को कहा।