साबित करनी होगी दक्षता: विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की गेस्ट फैकल्टी को देनी होगी परीक्षा Patna News
अब गुरुजी भी परीक्षा देंगे। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सेवा दे रहे सभी गेस्ट फैकल्टी को अपनी दक्षता साबित करनी होगी। इसके लिए उनका भी टेस्ट होगा।
By Edited By: Published: Sat, 20 Jul 2019 11:55 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jul 2019 09:23 AM (IST)
पटना, जेएनएन। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सेवा दे रहे सभी गेस्ट फैकल्टी को अपनी दक्षता साबित करने के लिए परीक्षा देनी होगी। राजभवन ने इसके लिए नालंदा खुला विश्वविद्यालय (एनओयू) को नोडल एजेंसी बनाया है। एनओयू के कुलपति पद्मश्री प्रो. आरके सिन्हा ने बताया कि राजभवन से नोडल एजेंसी को पत्र प्राप्त हुआ है। परीक्षा व अन्य प्रक्रिया की जानकारी अभी प्राप्त नहीं है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. एसपी सिन्हा को गेस्ट फैकल्टी की परीक्षा के लिए राज्य नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है।
राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों में लगभग चार हजार के आसपास गेस्ट फैकल्टी सेवा दे रहे हैं। जबकि लगभग छह हजार से अधिक सीटें चिह्नित की गई हैं। इन सीटों पर अनुबंध की प्रक्रिया प्रगति पर है। सूत्रों का कहना है कि राजभवन को गेस्ट फैकल्टी के चयन में खामियों की शिकायत मिली थी। इसके बाद मेधा आकलन के लिए कदम उठाया जा रहा है।
100 अंकों की होगी परीक्षा
गेस्ट फैकल्टी को अपने-अपने विषय में दक्षता साबित करने के लिए 100 अंकों की परीक्षा देनी होगी। 75 फीसद प्रश्न संबंधित विषय से जुड़ी जानकारी पर आधारित होंगे। जबकि 25 फीसद अंक किसी टॉपिक में अभ्यर्थी की विशेषज्ञता से संबंधित होंगे। प्रश्न वस्तुनिष्ठ और विषयनिष्ठ दोनों प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार परीक्षा का आयोजन अक्टूबर या नवंबर में संभावित है। राजभवन से हरी झंडी मिलने के बाद एनओयू पूरी प्रक्रिया की जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर देगा।
अनुबंध रद होने पर फिलहाल निर्णय नहीं
प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त नहीं करने पर अनुबंध रद किया जाएगा या किसी अन्य तरह की कार्रवाई होगी। इस पर राजभवन ने फिलहाल अंतिम रूप से निर्णय नहीं लिया है। एनओयू परीक्षा में शामिल गेस्ट फैकल्टी द्वारा प्राप्त अंक की सूची राजभवन को सौंपेगा। परीक्षा में 75 फीसद से अधिक, 60 फीसद से अधिक, 55 फीसद से अधिक, 45 फीसद से अधिक तथा 30 फीसद से अधिक और कम अंक प्राप्त करने वाली गेस्ट फैकल्टी की अलग-अलग सूची तैयार की जाएगी।
विवि व फैकल्टी अलग-अलग देंगे जानकारी
परीक्षा से पहले सभी विश्वविद्यालयों को नोडल एजेंसी एनओयू को दो स्तर पर जानकारी उपलब्ध करानी होगी। पहले स्तर पर विश्वविद्यालय अपने यहां अनुबंध पर रखे गए गेस्ट फैकल्टी की विषयवार जानकारी देंगे। वहीं, दूसरे स्तर पर गेस्ट फैकल्टी अपने विषय, योग्यता और विशेषज्ञता की जानकारी उपलब्ध कराएंगे। दोनों स्तर की जानकारी के लिए एनओयू फॉर्मेट जारी करेगा।
राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों में लगभग चार हजार के आसपास गेस्ट फैकल्टी सेवा दे रहे हैं। जबकि लगभग छह हजार से अधिक सीटें चिह्नित की गई हैं। इन सीटों पर अनुबंध की प्रक्रिया प्रगति पर है। सूत्रों का कहना है कि राजभवन को गेस्ट फैकल्टी के चयन में खामियों की शिकायत मिली थी। इसके बाद मेधा आकलन के लिए कदम उठाया जा रहा है।
100 अंकों की होगी परीक्षा
गेस्ट फैकल्टी को अपने-अपने विषय में दक्षता साबित करने के लिए 100 अंकों की परीक्षा देनी होगी। 75 फीसद प्रश्न संबंधित विषय से जुड़ी जानकारी पर आधारित होंगे। जबकि 25 फीसद अंक किसी टॉपिक में अभ्यर्थी की विशेषज्ञता से संबंधित होंगे। प्रश्न वस्तुनिष्ठ और विषयनिष्ठ दोनों प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार परीक्षा का आयोजन अक्टूबर या नवंबर में संभावित है। राजभवन से हरी झंडी मिलने के बाद एनओयू पूरी प्रक्रिया की जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर देगा।
अनुबंध रद होने पर फिलहाल निर्णय नहीं
प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त नहीं करने पर अनुबंध रद किया जाएगा या किसी अन्य तरह की कार्रवाई होगी। इस पर राजभवन ने फिलहाल अंतिम रूप से निर्णय नहीं लिया है। एनओयू परीक्षा में शामिल गेस्ट फैकल्टी द्वारा प्राप्त अंक की सूची राजभवन को सौंपेगा। परीक्षा में 75 फीसद से अधिक, 60 फीसद से अधिक, 55 फीसद से अधिक, 45 फीसद से अधिक तथा 30 फीसद से अधिक और कम अंक प्राप्त करने वाली गेस्ट फैकल्टी की अलग-अलग सूची तैयार की जाएगी।
विवि व फैकल्टी अलग-अलग देंगे जानकारी
परीक्षा से पहले सभी विश्वविद्यालयों को नोडल एजेंसी एनओयू को दो स्तर पर जानकारी उपलब्ध करानी होगी। पहले स्तर पर विश्वविद्यालय अपने यहां अनुबंध पर रखे गए गेस्ट फैकल्टी की विषयवार जानकारी देंगे। वहीं, दूसरे स्तर पर गेस्ट फैकल्टी अपने विषय, योग्यता और विशेषज्ञता की जानकारी उपलब्ध कराएंगे। दोनों स्तर की जानकारी के लिए एनओयू फॉर्मेट जारी करेगा।
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