सद्भाव की मिसाल: पटना में वक्फ बोर्ड ने हिंदू परिवारों को दी रहने की जमीन
बिहार की राजधानी पटना में सांप्रदायिक सद्भाव की अनूठी मिसाल देखने को मिली है। वहां वक्फ बोर्ड ने अपनी जमीन पर आठ हिंदू परिवारों को रहने की इजाजत दी है।
पटना [नकी इमाम]। धर्म व संप्रदाय के नाम पर मरने-मारने पर उतारू लोगों से भरी पड़ी इस दुनिया में यह सद्भाव की अनूठी मिसाल है। मुस्लिम वक्फ बोर्ड ने आठ हिंदू परिवारों को रहने के लिए सहर्ष अपनी जमीन दे दी है। मामला पटना के गायघाट के पास चांद कॉलोनी का है। वहां वक्फ बोर्ड की जमीन पर आठ हिंदू परिवार 132 मुस्लिम परिवारों के साथ रहेंगे।
दरअसल, ये वे परिवार हैं, जो बरसों से वक्फ बोर्ड की जमीन पर अवैध ढंग से रह रहे थे। वक्फ बोर्ड इनके खिलाफ कोर्ट गया और जीत भी मिल गई। मगर बोर्ड ने बड़प्पन दिखाते हुए इनके आशियानों को उजाड़ा नहीं, बल्कि लीज पर एक्ट के अनुसार वैध रूप से रहने का हक दे दिया।
वक्फ बोर्ड ने किया रहने का करार
मंगलवार को बिहार हज भवन में आयोजित कार्यक्रम में वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इरशाद अली आजाद ने आठ हिंदू समेत 140 परिवारों को चांद कॉलोनी में रहने का करारनामा सुपुर्द किया। वे कहते हैं, उस जमीन पर रह कर लोग बचपन से जवान हुए, वहीं शादियां हुईं, परिवार बढ़े। वहां दो पीढियों डि़यों ढ़ी से लोगों के बीच मोहब्बत कायम है, ऐसी सरजमीन को कैसा उजाड़ा जा सकता है।
100 रुपये प्रति धुर देना होगा किराया
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि चांद कॉलोनी के 81 एकड़ भूखंड पर दावा ठोकने वाले सभी लोग और विभाग केस हार चुके हैं। इसके बावजूद वहां रह रहे 140 परिवारों को अगले तीस साल के लिए लीज का पर्चा दिया गया है। सभी परिवारों को प्रत्येक धुर जमीन के लिए 100 रुपया प्रति माह किराया अदा करना होगा। इस राशि का 95 फीसद हिस्सा इसी चांद कॉलोनी के विकास एवं सुंदरीकरण में खर्च किया जाएगा। मकसद यह है कि मुसलमानों और हिन्दुओं के बीच का सद्भाव बरकरार रहे। इस भूखंड पर स्कूल, मदरसा और मस्जिद को भी जगह दी गई है।
भगवान ने सुन ली दुआ, खुशी में रात भर नहीं आई नींद
वक्फ बोर्ड की जमीन का करारनामा पाकर बेहद खुश सुषमा देवी कहती हैं, सिर से छत छिनने का डर अब नहीं रहा। हर माह किराया अदा कर इज्जत और अधिकार के साथ रह सकेंगे। अतिक्रमणकारी बता कर यहां से उजाडऩे का प्रयास अब नहीं होगा। हमलोगों को खुशी से नींद नहीं आई। सुबह होने के साथ ही घर का सारा काम निपटा कर हम हज भवन चले आए।
कमला देवी ने भी शिया वक्फ बोर्ड का शुक्रिया अदा किया। कहा कि यहां जब हम लोगों को रहने का हक मिला तो लगा कि भगवान ने हमारी दुआ सुन ली। दौलती देवी ने कहा कि इस कॉलोनी में हम हिन्दू-मुसलमान नहीं, इंसान बन कर वर्षों से साथ रह रहे हैं।
इन हिंदू परिवारों को मिली जमीन
- सुषमा देवी
- कमला देवी
- दौलती देवी
- सुगन देवी
- सुमारू देवी
- अशोक कुमार
- रूबी वर्मा
- कृष्णा राय