पटना में रसीले अंगूर के दाम हुए कम, सांगली वाले में मिठास; नासिक वाले में अभी थोड़ा खट्टापन
सांगली के अंगूर में मिठास आ गई है लेकिन नासिक से आने वाले अंगूर में अभी थोड़ा खट्टापन है। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से अंगूर की नई पैदावार की आमद शुरू हुई थी। थोक मंडी में अंगूर के भाव 70 से 80 रुपये किलो हो गए हैं।
जागरण संवाददाता पटना: अंगूर की आमद फल मंडी में दिसंबर से शुरू हो गई थी। हालांकि, भाव थोक में ही 120 रुपये प्रति किलो था। अब आमद बढ़ने से भाव नीचे आए हैं। सांगली के अंगूर में मिठास आ गई है, लेकिन नासिक से आने वाले अंगूर में अभी थोड़ा खट्टापन है। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से अंगूर की नई पैदावार की आमद शुरू हुई थी। उस समय तीन से पांच टन ही आमद थी। भाव थोक फल मंडी बाजार समिति में ही 120 रुपये किलो था। अब आमद बढ़कर 30 टन पर पहुंच चुकी है, और थोक मंडी में भाव 70 से 80 रुपये किलो हो गया है।
खुदरा में यह 100 से 120 रुपये किलो बिक रहा है। थोक मंडी बाजार समिति के व्यवसायी राकेश कुमार ने कहा कि अंगूर सांगली के साथ ही नासिक से भी आ रहा है। सांगली के अंगूर में मिठास भर गई है। हालांकि, नासिक से आने वाले अंगूर में अभी थोड़ा खट्टापन है। फल पूरी तरह से तैयार होने पर फरवरी तक इनमें भी मिठास आ जाएगी। खरीदारी करते समय सांगली के अंगूर को अभी प्राथमिकता देनी चाहिए। इसका दाना लंबा होता है, और छिलका नासिक के अंगूर की तुलना में पतला होता है। विक्रेताओं का कहना है कि अभी खरीदारी सुस्त है। ठंड के कारण बिक्री पर असर पड़ रहा है। इनकम टैक्स गोलंबर के विक्रेता सन्नी ने कहा कि पांच से सात किलो ही प्रतिदिन बिक्री हो पा रही है। मौसम साफ होने पर 15 से 20 किलो बिक्री होने की उम्मीद है। थोक मंडी में हरा के साथ काला अंगूर भी आ रहा है लेकिन इसका भाव अभी भी तेज है। इसकी बिक्री भी कम हो रही है।
अंगूर, थोक भाव, खुदरा
- हरा अंगूर-70 से 80, 100 से 120 रु
- काला अंगूर--100 से 120, 150 से 180 रु किलो