पटना पहुंचे मेघालय के राज्यपाल, कहा- समाज सुधार में आर्य समाज की अहम भूमिका
मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने बुधवार को पटना में कहा कि कर्म ही धर्म है। व्यक्ति को समाज में फैली कुरीतियां मिटाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
पटना [राज्य ब्यूरो]। कर्म ही धर्म है। व्यक्ति को समाज में फैली कुरीतियां मिटाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। सत्य के पथ चलते हुए लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतत प्रयत्नशील रहना चाहिए।
उक्त बातें दयानंद कन्या उच्च विद्यालय, मीठापुर में बुधवार को मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहीं। वे बिहार राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दयानंद सरस्वती ने सामाजिक कुरीतियों पर करारा प्रहार किया। जाति भेद, सती प्रथा, बहु विवाह, बाल विवाह, बलि प्रथा आदि प्रथाओं के घोर विरोधी थे। यही नहीं, पवित्र जीवन और आदर्श के पालन पर वह काफी बल देते थे। विधवा विवाह और नारी शिक्षा की भी उन्होंने वकालत की। आर्य समाज की स्थापना कर उन्होंने अपने सारे विचारों को मूर्त रूप प्रदान करने की कोशिश की।
राज्यपाल ने आर्य समाज की स्थापना से लेकर मौजूदा समय में किए जा रहे कार्यो पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि व्यक्ति को अपनी उन्नति और भलाई में ही संतुष्ट नहीं रहना चाहिए बल्कि सब की भलाई में अपनी भलाई समझनी चाहिए।