बिहार में 2,340 वैद्यों की नियुक्ति करेगी सरकार, डेंगू से बचाव के लिए लें ये आयुर्वेदिक दवा
स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव अरविंदर सिंह ने बताया कि सरकार बड़े पैमाने पर वैद्यों की नियुक्ति करने जा रही है। वे पटना के राजकीय आयुर्वेद कॉलेज में आयोजित समारोह में बोल रहे थे।
पटना [जेएनएन]। आप आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं या आयुर्वेद में विश्वास रखते हैं तो तो यह खबर आपके लिए ही है। बिहार में आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए सरकार जल्द ही 2,340 वैद्यों की नियुक्ति करेगी। इसके लिए विभाग की ओर से आवश्यक प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। यह जानकारी पटना के राजकीय आयुर्वेद कॉलेज में आयोजित समारोह में स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव अरविंदर सिंह ने दी। कॉलेज के प्राचार्य ने कहा कि आयुर्वेदिक 'स्वर्णप्राशन' के सेवन से डेंगू से बचाव संभव है।
2,340 वैद्यों की नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ
गुरुवार को समारोह में स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव अरविंदर सिंह ने कहा कि राज्य में आयुर्वेद के प्रति तेजी से लोगों में आकर्षण बढ़ रहा है। सरकार ने आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं का शुभारंभ किया है। राज्य में 2,340 वैद्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
कई बीमारियों में आयुर्वेद की दवाएं कारगर
समारोह में आए अतिथियों का स्वागत करते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दिनेश्वर प्रसाद ने कहा कि आयुर्वेद में शोध को बढ़ावा देने की जरूरत है। हर व्यक्ति को आयुर्वेद का लाभ मिले, इसके लिए सरकार व्यापक प्रचार-प्रसार कर रही है। कई बीमारियों में आयुर्वेद की दवाएं काफी कारगर साबित हो रही हैं।
स्वर्णप्राशन से होता डेंगू से बचाव
प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज प्रशासन द्वारा बच्चों को मुफ्त में दी जा रही 'स्वर्णप्राशन' की खुराक से उन्हें काफी लाभ मिल रहा है। इस वर्ष साढ़े तीन सौ से अधिक बच्चों को इसकी खुराक दी गई। उनमें से मात्र एक बच्चे में डेंगू की शिकायत पाई गई।
हार्ट एवं किडनी की बीमारियों का भी इलाज
आयुर्वेद विशेषज्ञ वैद्य सुनील कुमार दुबे ने कहा कि आयुर्वेद में कई गंभीर बीमारियों के लिए भी अचूक दवाएं हैं। हार्ट एवं किडनी की बीमारियों में भी आयुर्वेद की दवा काफी कारगर साबित होती है।