Bihar Lockdown Update: बिहार में सरकारी कार्यालय खुल गए, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे अधिकारी-कर्मचारी
बिहार में केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार सोमवार से सरकारी दफ्तर खुल गए। हालांकि पहले की तरह उपस्थिति नहीं है। कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे। उपस्थिति कम रही।
पटना, जेएनएन। Lockdown Bihar Update: बिहार में केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार, सोमवार से सरकारी दफ्तर खुल गए। हालांकि पहले की तरह उपस्थिति नहीं है। ग्रुप ए तथा बी के लिए तो उपस्थिति अनिवार्य थी, जबकि ग्रुप सी और डी के लिए शर्तें लागू थीं। सूत्रों की मानें तो गृह विभाग की गाइडलाइन के आधार पर शुक्रवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने इस आशय की अधिसूचना जारी कर दी थी।
जानकारी के अनुसार, सोमवार को कम कर्मचारियों की मौजूदगी के साथ सचिवालय में भी गतिविधियां शुरू हो गईं। कोरोना वायरस के खतरों को देखते हुए कर्मचारी खुद ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे। आपस में बात करने और इधर-उधर जाने से भी कर्मचारी परहेज करते दिखे।
दरअसल, बिहार के सरकारी कायार्लयों में चार हफ्ते बाद सोमवार कसे कामकाज शुरू हुआ है। राज्य के अलावा केंद्र के कार्यालय भी खुल गए हैं। सोमवार को राज्य सरकार के 44 विभागों में कामकाज सामान्य दिनों की तरह शुरू हो गया। हालांकि लॉकडाउन पीरिएड में स्वास्थ्य, कृषि एवं आपदा प्रबंधन विभाग जैसे कुछ महत्वपूर्ण विभाग में कामकाज पहले से ही जारी है।
बताया जाता है कि इसके पहले कार्यस्थल को सेनेटाइज कर दिया गया था। ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया गया था। अअपने-अपने विभागों के प्रधान सचिवों ने इंजीनियरों को सेनेटाइज करने का आदेश दिया था। वहीं स्टाफ की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई। कार्यालय में घुसने के पहले टेंपरेचर भी चेक किया गया।
गौरतलब है कि सामान्य प्रशासन विभाग ने अपनी अधिसूचना में पहले ही कह दिया था कि ग्रुप ए और बी के सरकारी सेवक नियमित तौर पर डेली ऑफिस आएंगे, वहीं ग्रुप सी और डी समेत संविदा कर्मी श्रेणी के 33 परसेंट स्टाफ ही ऑफिस आएंगे। अधिसूचना में यह भी कहा गया था कि कोविड-19 के प्रबंधन से संबंधित गाइडलाइन तथा कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए निर्धारित एसओपी का पालन अनिवार्य रूप से अधिकारी व कर्मचारी करेंगे। इसी का परिणाम था कि सोमवार को सचिवालय से लेकर सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति कम रही और जाे भी आए, वे सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए एक-दूजे से बात करने तक में परहेज कर रहे थे।