पशुपालकों की बेहतरी के लिए सरकार आई आगे, सभी मवेशियों को टैगिंग के लिए चलेगा अभियान
पशुपालकों की बेहतरी के लिए सरकार कई किस्म की योजनाएं चला रही है। अब सरकार यह आंकड़ा जुटाने में लगी है कि राज्य में कहां और कितने मवेशी पाले जा रहे हैं। इससे योजनाओं का लाभ सही जगह तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
पटना, जेएनएन। केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्य सरकार प्रदेश की प्रत्येक गाय-भैंसों को टैग लगाने के लिए अभियान चला रही है। पिछले एक माह से यह अभियान चल रहा है, लेकिन अब इसमें तेजी आने का अनुमान है। पटना सदर के अभियान प्रभारी डॉ. जितेंद्र कुमार का कहना है कि सरकार की कोशिश है कि हर दुधारू पशुओं की टैंगिंग की जाए। इसके माध्यम से सरकार प्रत्येक दुधारू पशुओं का सर्वे कराना चाहती है।
दुधारू पशुओं की सही संख्या पता रहने पर योजना बनाने में होगी आसानी
एक बार दुधारू पशुओं की सही संख्या मालूम होने के बाद उसके लिए नीति बनाने में सुविधा होगी। समय-समय पर टीकाकरण करने की जरूरत भी पूरी हो जाएगी। पशुओं की सही संख्या ज्ञात नहीं होने की स्थिति में उनके लिए कार्यक्रम तैयार करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अब तक पटना जिले में 27 हजार पशुओं की टैगिंग
डॉ. जितेंद्र का कहना है कि अब तक पटना जिले में 27 हजार गाय-भैंसों का टैगिंग हुई है, लेकिन छठ के बाद अब इसमें और तेजी लाई जाएगी। कोशिश है कि नवंबर के अंत तक प्रखंड की सभी गाय-भैंसों की टैगिंग करा ली जाए।
सरकार की योजना में पशुपालक नहीं ले रहे रुचि
चिकित्सकों का कहना है कि पशुओं की टैगिंग अभियान में पशुपालक रुचि नहीं ले रहे हैं। पशुपालन विभाग की चिकित्सा टीम उनके दरवाजे तक जाती है, लेकिन वे पशुओं का टैगिंग कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। अगर पशुपालक टैगिंग कराने के लिए आगे आएं, तो इस अभियान को काफी बल मिल सकता है।
सरकार की योजनाओं का लाभ मिलने में होगी आसानी
राज्य और केंद्र की सरकारें पशुपालकों की बेहतरी के लिए कई किस्म की योजनाएं चलाती रहती हैं। एक बार सर्वे का काम पूरा हो जाने पर सही हकदार तक इन योजनाओं का लाभ मिलने में आसानी होगी। टीकाकरण जैसे अभियान में भी सही तरीके से काम हो सकेगा और फर्जीवाड़े की गुंजाइश कम होगी।