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भूकंप को लेकर सरकार अलर्ट, बोले नीतीश: पुराने स्कूल और अस्पताल भवन भी होंगे भूकंपरोधी

भूकंप के खतरा को देखते हुए बिहार सरकार काफी गंभीर है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सभी पुराने स्कूलों एवं अस्पताल भवनों को भूकंपरोधी बनाने का आदेश दिया है।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 30 Jul 2019 09:43 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jul 2019 10:39 PM (IST)
भूकंप को लेकर सरकार अलर्ट, बोले नीतीश: पुराने स्कूल और अस्पताल भवन भी होंगे भूकंपरोधी
भूकंप को लेकर सरकार अलर्ट, बोले नीतीश: पुराने स्कूल और अस्पताल भवन भी होंगे भूकंपरोधी

पटना, राज्य ब्यूरो। भूकंप के खतरा को देखते हुए बिहार सरकार काफी गंभीर है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सभी पुराने स्कूलों एवं अस्पताल भवनों को भूकंपरोधी बनाने का आदेश दिया है। उन्होंने सरकारी सेवकों को आपदा से बचाव के लिए जरूरी प्रशिक्षण लेने का भी निर्देश दिया। वे पटना स्थित संवाद सभाकक्ष में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण की ओर से सभी अस्पताल भवनों एवं स्कूलों की रैपिड विजुअल स्क्रीनिंग (RVS) कराया गया है। इसी आधार पर तेजी से रेट्रोफिटिंग का काम किया जाए। 

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मुख्यमंत्री ने सलाह दी कि आपदा के समय इलाके में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों से सहयोग लेना ही उचित है। वे अपने अनुभव के आधार पर व्यवहारिक सलाह देंगे। जीविका समूह की दीदियों को भी आपदा से बचाव का प्रशिक्षण देना लाभकारी होगा। वे लोगों को जागरूक करने में मददगार साबित होंगी। प्राधिकरण को चाहिए कि वह प्रशिक्षण कार्यक्रम को प्राथमिकता दे। कार्यभार संभालते ही जिलाधिकारियोंऔर दूसरे वरीय पदाधिकारियों के अलावा आपदा राहत से जुड़े सभी सरकारी सेवकों को आपदा से बचाव का प्रशिक्षण दिया जाए। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आम नागरिकों और अभिभावकों को भी प्रशिक्षण देने की जरूरत है। इसी तरह नाविकों का निबंधन और प्रशिक्षण साथ-साथ चले। उन्होंने कहा कि नए नए घाटों की पहचान की जाए। जिला आपदा प्रबंधन योजना को भी कार्य योजना में शामिल किया जाए। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन संस्थान को डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीच्यूट के साथ जोडऩे से काफी फायदा होगा। सरकारी भवनों के जर्जर तारों को बदलने से बिजली से होने वाले हादसे रोके जा सकते हैं।

उन्‍होंने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकारण के साथ ऊर्जा, स्वास्थ्य भवन विभाग एवं संबंधित अन्य विभाग आग से बचाव एवं जीवन सुरक्षा के संबंध में अलग से एक बैठक कर लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल, जीवन एवं हरियाली के लिये लोगों के बीच अभियान चलाने की एक कार्य योजना बनायी जा रही है। इसमें प्राधिकरण के सुझावों को भी शामिल किया जायेगा। 

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