Move to Jagran APP

गोपालगंज में ग्रामीणों ने हाहा नदी पर खुद ही बना दी पुलिया, 20 हजार की आबादी को मिलेगा लाभ

गोपालगंज जिले के विजयीपुर प्रखंड में ग्रामीणों ने श्रमदान कर हाहा नदी पर किया पुलिया का निर्माण स्थायी पुल नहीं होने के कारण साल में चार माह बंद रहता है रास्ता पुलिया निर्माण होने से 20 हजार की आबादी को होगी सुविधा

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Mon, 15 Aug 2022 09:50 PM (IST)Updated: Mon, 15 Aug 2022 09:50 PM (IST)
गोपालगंज में ग्रामीणों ने हाहा नदी पर खुद ही बना दी पुलिया, 20 हजार की आबादी को मिलेगा लाभ
बिहार के गोपालगंज में ग्रामीणों ने बनाई पुलिया। जागरण
संवाद सूत्र, विजयीपुर (गोपालगंज)। विजयीपुर प्रखंड के मुसेहरी-बंगरा पथ पर हाहा नदी पर लंबे समय से पुल का निर्माण नहीं हो सका है। ऐसे में बरसात के दिन में यह मार्ग चार माह तक बंद रहता है। ग्रामीणों ने पुल के अभाव में बंद पड़े रास्ते को चालू करने के लिए खुद श्रमदान करने का निर्णय लिया। स्थानीय मुखिया निक्की देवी के पति श्रीराम कुशवाहा ने ग्रामीणों के साथ खुद कुदाल हाथ में उठाया व पुलिया के निर्माण में लग गए।

तीन दिनों तक लगातार परिश्रम के बाद ह्यूम पाइप के सहारे ग्रामीणों ने पुलिया का निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया। पुलिया का निर्माण होने से प्रखंड की 20 से 25 हजार की आबादी को सीधा लाभ पहुंचेगा। इतना ही नहीं प्रखंड के मुसेहरी के तरफ से बंगरा होते हुए भवानी छापर होते हुए भाटपार रानी रेलवे स्टेशन भी जाने का यह सुगम मार्ग होगा।

loksabha election banner
आज देश को आजादी मिले 75 वर्ष पूरे हो गए। राष्ट्र आज स्वतंत्रा दिवस पर अमृत महोत्सव मना रहा है, लेकिन विजयीपुर प्रखंड के मुसेहरी-बंगरा पथ पर हाहा नदी पर पुल का निर्माण नहीं हो सका है। इस पुल के निर्माण की मांग स्थानीय लोग लंबे समय से कर रहे हैं।

तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान इस बात की घोषणा की थी कि, विजयीपुर प्रखंड में छितौना घाट, खनुआ नदी पर गोईताटोला घाट तथा खुटहा घाट पर पुल निर्माण का कार्य जल्द प्रारंभ होगा। ङ्क्षकतु उनकी घोषणा के बाद भी पुल का निर्माण नहीं हो सका। ऐसे में इस साल ग्रामीणों ने खुद पुलिया निर्माण श्रमदान से कराने का निर्णय लिया। ताकि प्रखंड के कुटिया, अहियापुर तथा मुसेहरी पंचायत के लोगों का सीधा संपर्क पुल के बन जाने से हो सके।

स्थानीय मुखिया पति श्रीराम कुशवाहा के साथ गांव के शर्मा तुरहा, रंभू साह, नंदलाल भगत, दिनेश साह, रमेश सिंह, टुनटुन चौरसिया, रोशन साह तथा अशोक साह ने स्वयं अपने कंधों पर यह भार उठाकर सिर पर टोकरी और हाथ में कुदाल उठा लिया। तीन दिनों तक ग्रामीणों के अथक परिश्रम के बाद पुलिया का निर्माण पूर्ण करने के साथ ही इस पथ पर आवागमन प्रारंभ हो गया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.