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अलविदा 2019: पटना को कुछ सौगातों ने दिया सुकून तो कुछ से उपजा जख्म अभी भी है हरा Patna News

साल 2019 पर खट्टे-मीठे पलों के लिए याद गिया जाएगा। शहर को कुछ सौगातें मिली हैं तो कुछ जख्म अबतक हरा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 09:47 AM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 09:47 AM (IST)
अलविदा 2019: पटना को कुछ सौगातों ने दिया सुकून तो कुछ से उपजा जख्म अभी भी है हरा Patna News
अलविदा 2019: पटना को कुछ सौगातों ने दिया सुकून तो कुछ से उपजा जख्म अभी भी है हरा Patna News

पटना, जेएनएन। साल 2019 बीतने को महज चंद घंटे बचे हैं। राजधानी के लिए इस साल की कुछ सौगातें सुकून का अहसास करा रही हैं, तो कुछ का जख्म अभी तक हरा है। इस साल पटना सबसे अधिक चर्चा में जलजमाव के कारण रहा। दशहरे से ठीक पहले कंकड़बाग और राजेंद्रनगर के लोग जलकैदी बनकर रह गए थे। इसके अलावा प्रशासनिक अभियानों के कारण भी यह साल याद रहेगा। पहले शहर की मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण के खिलाफ मेगा अभियान चला। इसके बाद बड़े नालों और आहर-पईन पर बने मकानों पर प्रशासन का बुलडोजर चला। वाहन चेकिंग अभियान भी बड़े पैमाने पर चलाया गया। ट्रैफिक पुलिस ने सात करोड़ रुपये से अधिक का चालान काटा। 

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ये सौगातें रहेंगी याद

सुविधाओं की बात करें तो बेली रोड को सिग्नल फ्री करते हुए यू-टर्न की सुविधा दी गई। गांधी मैदान के पास अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस राज्य का पहला खादी मॉल खुला। सीएनजी गैस की आपूर्ति शुरू हुई। पटना मेट्रो का शिलान्यास हुआ। हालांकि निर्माण में अभी काफी समय लगेगा। एक बड़ा काम दीघा-आर ब्लॉक रेलखंड की जगह सिक्स लेन सड़क निर्माण का भी हुआ। इस एक साल में पटरी उखाड़कर नई सड़क का काम आधे से अधिक पूरा भी कर दिया गया है। पटना की ऐसी ही खट्टी-मीठी यादों पर यह विशेष पेज।

चला अतिक्रमण हटाने का मेगा अभियान

पटना उच्च न्यायालय की फटकार के उपरांत शहर के नौ प्रमुख नालों से अवैध कब्जा हटाया गया। इस दौरान लगभग दो हजार अवैध स्थाई और अस्थाई निर्माण ध्वस्त किए गए। पटना जंक्शन के पास दशकों से अतिक्रमण कर बनाए गए दूध मार्केट को हटाना सबसे बड़ी कार्रवाई रही। सचिवालय विकास भवन और सूचना भवन की दीवार तोड़कर जवाहरलाल नेहरू मार्ग (बेली रोड) की चौड़ाई बढ़ाई गई। पटना जंक्शन, एक्जीबिशन रोड, फुलवारी शरीफ, बोङ्क्षरग रोड, बेली रोड, कंकड़बाग समेत पटना के अमूमन हर इलाके से मकानों, दुकानों एवं प्रतिष्ठानों के उन हिस्सों को तोड़ा गया, जो अतिक्रमण कर बनाए गए थे।

बेली रोड से हटा सिग्नल, बने यू टर्न

बेली रोड में आरपीएस मोड़ से आयकर गोलंबर तक नो रेड लाइट की सुविधा लागू हुई। हड़ताली मोड़, बोङ्क्षरग रोड-बेली रोड, पुनाईचक, राज्यपाल आवास मोड़ , राजवंशी नगर सहित कई चौराहों से ट्रैफिक सिग्नल हटाए भी गए। बेली रोड पर जगह-जगह यू टर्न बनाकर यातायात को रफ्तार दी गई। इसका फायदा भी हुआ और बेली रोड को सुबह-शाम की जाम से काफी हद तक निजात मिली। पैदल यात्रियों को सड़क पार करने के लिए सचिवालय एवं हड़ताली चौक के पास सिग्नल लगाया गया।

नेता-अफसरों का भी कटा चालान

यूं तो पूरे देश में मोटर वाहनों का संशोधित कानून लागू हुआ मगर पटना में सबसे असरदार कार्रवाई हुई। कई सांसद, मंत्रियों, अफसरों और पुलिसकर्मियों का भी चालान कटा। प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए प्रदूषण जांच का विशेष अभियान भी चलाया गया। सिर्फ वाहन और हेलमेट जांच अभियान के तहत पटना जिले में नौ माह में 67 हजार वाहनों का चालान काटा गया। ट्रैफिक पुलिस ने तीन करोड़ 99 लाख 95 हजार 762 रुपये जुर्माना वसूल किया जबकि करीब 3.76 करोड़ रुपये बकाया राशि वसूलनी बाकी है। इसी वर्ष से हैंड हेल्ड डिवाइस सिस्टम से चालान काटने का काम भी शुरू किया गया।

सबसे बड़ी त्रासदी रही जलजमाव

सितंबर माह के आखिरी सप्ताह में हुई बारिश को पटना भुलाए न भूल पा रहा है। लगभग 15 दिनों तक राजेंद्र नगर और कंकड़बाग समेत पटना के कई इलाकों में जल जमाव रहा। इन इलाकों के लोग घरों में कैद से रहने को मजबूर रहे। आलम यह रहा कि राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से लेकर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश तक जल जमाव में फंस गए। शासन और प्रशासन को किरकिरी झेलने के साथ ही उच्च नयायालय की फटकार भी सुननी पड़ी।

आर ब्लॉक-दीघा सिक्सलेन पटना का पहला यूटिलिटी डक्ट

दीघा-आर ब्लॉक रेलखंड की जगह सिक्स लेन बनाने का काम इस साल की बड़ी उपलब्धि रही। करीब 6.30 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे का निर्माण 379.57 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है। आधे से अधिक काम पूरा हो चुका है। आर ब्लॉक से बेली रोड तक करीब एक किलोमीटर निर्माण को अंतिम रूप दे दिया गया है। बेली रोड, शिवपुरी और राजीव नगर फ्लाई ओवर का निर्माण चल रहा है। इसी साल दानापुर कैंट से खगौल तक आठ लेन वाली पहली सड़क का निर्माण आरंभ हुआ। इस रोड के निर्माण से दानापुर स्टेशन से कैंट तक का सफर आसान बनाएगा।

पटना को सीएनजी की रफ्तार

प्रधानमंत्री ने बीते 17 फरवरी को पटना में बेली रोड पर रूकनपुरा और पटना सिटी के नगला न्यू बाईपास पर सीएनजी फिलिंग स्टेशन का तोहफा दिया। चार दिसंबर को तीसरा सीएनजी स्टेशन धनुकी मोड़ पर चालू किया गया है। सीएनजी प्रति किलोग्राम 60.60 रुपये में उपलब्ध है जो डीजल वाहनों की तुलना में करीब 20 फीसद और पेट्रोल वाहन की तुलना में 32 फीसद तक सस्ता है।

पटना मेट्रो का कार्य आरंभ

इसी साल पटना मेट्रो के पहले चरण की बुनियाद रखी गई है। दानापुर से मीठापुर बस स्टैंड वाया पटना जंक्शन 15.38 किलोमीटर का कार्य आरंभ हो गया। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन इसका निर्माण करा रहा है। मिट्टी जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दूसरे चरण में इसका विस्तार जीरो माइल नया पड़ाव तक होना है। करीब 15.75 किलोमीटर भूमिगत ट्रैक से मेट्रो गुजरेगी। लक्ष्य है कि 2024 तक मेट्रो सेवा आरंभ कर दी जाए।

विधान पार्षदों के लिए दोमंजिला फ्लैट की सौगात

वीरचंद पटेल पथ पर विधान पार्षदों के लिए नए दो मंजिला फ्लैट का उद्घाटन भी इसी साल हुआ है। 18.56 एकड़ में बनाए गए दो मंजिला आवासीय परिसर का हर फ्लैट सुसज्जित है। आवास के साथ ही कम्युनिटी हॉल, शॉपिंग कांप्लेक्स, कैंटीन की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है।


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