कोरोना जांच को ले बिहार के लिए अच्छी खबर, कोबास से एक दिन में 2 हजार नमूनों की होगी जांच
बिहार के लिए अच्छी खबर है। कोबास-6800 मशीन से अब एक दिन में दो हजार कोरोना के सैंपल की जांच की जा सकेगी। जानें कैसे काम करती है ये मशीन
पटना, जेएनएन। कोरोना की जांच को लेकर बिहार के लिए एक अच्छी खबर है। अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने कोबास-6800 मशीन उपलब्ध करा दी है। पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत इस अत्याधुनिक मशीन से कोरोना के नमूनों की जांच में तेजी आएगी। विभिन्न राज्यों से बिहार लौट रहे प्रवासी मजदूरों व लोगों की जांच अब आसानी से हो सकेगी। आरएमआरआइ द्वारा एक दिन में लगभग दो हजार नमूनों को जांचने का लक्ष्य रखा गया है।
अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगी जांच
आरएमआरआइ के निदेशक डॉ. प्रदीप दास ने बताया कि कोबास-6800 से एक दिन में 12 सौ नमूनों की जांच संभव है। पहले से आरएमआरआइ में लगी चार मशीनों से जांच जारी है। इससे हर दिन लगभग 800 कोरोना सैंपल की जांच हो रही है। लगभग चार करोड़ रुपये की लागत वाली इस कोबास मशीन को लैब में स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगले सप्ताह से इस मशीन द्वारा जांच शुरू हो जाने पर हर दिन आरएमआरआइ में लगभग दो हजार नमूनों की जांच हो सकेगी। निदेशक ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा जल्द ही एक और जांच मशीन उपलब्ध कराई जाएगी।
इन लक्षणों का लगाया जा सकेगा पता
कोबास-6800 मशीन से वायरल हेपेटाइटिस बी व सी, एचआइवी, एमटीबी, पैपिलोमा, सीएमवी, क्लैमाइडिया, नेयसेरेमिया जैसे रोगों के लक्षणों का भी पता लगाया जा सकेगा।
क्या है कोबास-6800 मशीन
यह मशीन रोबोटिक्स की क्षमता वाली एक परिष्कृत मशीन है, जो स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित होने की आशंका को कम करती है। यह 24 घंटा में करीब 1,200 नमूनों सहित उच्च गुणवत्ता और मात्रा में परीक्षण कर सकती है। इससे परीक्षण क्षमता बढ़ेगी।