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आज से म्यूजियम में दिखेगी मुद्राओं की स्वर्णिम यात्रा

बिहार म्यूजियम में आयोजित छह दिवसीय प्रदर्शनी का अंजनी कुमार सिंह करेंगे उद्घाटन। बिहार संग्रहाल

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 11:00 AM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 11:00 AM (IST)
आज से म्यूजियम में दिखेगी मुद्राओं की स्वर्णिम यात्रा
आज से म्यूजियम में दिखेगी मुद्राओं की स्वर्णिम यात्रा

बिहार म्यूजियम में आयोजित छह दिवसीय प्रदर्शनी का अंजनी कुमार सिंह करेंगे उद्घाटन

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बिहार संग्रहालय में भारतीय मुद्रा की स्वर्णिम यात्रा, कौड़ी से क्रेडिट कार्ड तक की प्रदर्शनी का शुभारंभ मंगलवार से होगा। भारतीय मुद्राओं की स्वर्णिम यात्रा थीम पर आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन बिहार सरकार के पूर्व मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह शाम 05.30 बजे करेंगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद होंगे। सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में म्यूजियम के निदेशक यूसुफ ने बताया कि प्रदर्शनी 22 जुलाई तक आयोजित होगी।

प्रदर्शनी भारतीय सिक्कों के इतिहास से वर्तमान मुद्रा के स्वरूप तक को यात्रा दर्शाई जाएगी। इससे लोग मुद्रा की शुरुआत का क्रम जान सकेंगे। प्रदर्शनी भारतीय मुद्राओं के विकास की एक झलक पेश करेगी। सिक्कों के अविष्कार से लेकर वर्तमान समय में भुगतान के लिए चलन में आए क्रेडिट कार्ड की यात्रा दिखाएगी।

तीन खंडों में होगी प्रदर्शनी

उन्होंने बताया कि बिहार संग्रहालय का प्रदर्शनी हॉल तीन खंड़ों में विभाजित है होगा। प्राचीन भारतीय मुद्रा, मध्यकालीन भारतीय मुद्रा और आधुनिक भारतीय मुद्राएं इसमें शामिल रहेंगी। प्राचीन भारतीय मुद्रा खंड में वस्तु विनिमय, आदिम मुद्रा, आहत सिक्के, ढालित सिक्के, जनजातीय सिक्के, नगर राज्य सिक्के, इंडो ग्रीक सिक्के, कुषाण सिक्के, गुप्तकालीन सिक्के, उत्तर गुप्तकालीन सिक्के व पूर्व मध्यकालीन सिक्के देख सकेंगे। जिनका काल खंड छठवीं शती ई पू से पहले से बारहवीं शती ई पू तक है।

हो सकेगा उत्तर और दक्षिण भारत के प्रांतीय सिक्कों का दीदार

मध्यकालीन भारतीय मुद्रा खंड में दिल्ली सल्तनत के सिक्के, उत्तर भारत व दक्षिण भारत के प्रातीय सल्तनत के सिक्के, मुगल सिक्के, मध्यकालीन उत्तर पूर्वी राज्यों के सिक्के, मुगलों के बाद स्वतंत्र राज्य और रजवाड़ों के सिक्कों का दर्शक दीदार कर सकेंगे। इनका काल खंड तेरहवीं शताब्दी से उन्नीसवीं शताब्दी का होगा। आधुनिक भारतीय मुद्रा खंड में यूरोपीय कंपनियों के सिक्के, ब्रिटिश भारत के सिक्के, स्वतंत्र भारत के सिक्के और करेंसी नोट देख सकेंगे। इनका कल खंड 17वीं शताब्दी से लेकर 21 वीं शताब्दी तक हैं।

राज्यों से आए लोग होंगे शामिल

भारतीय मुद्रा की स्वर्णिम यात्रा थीम पर आयोजित इस प्रदर्शनी में धनबाद, झारखण्ड से अमरेंद्र आनंद, दिल्ली से मित्रेश सिंह, इंदौर, मध्य प्रदेश से गिरीश शर्मा शर्मा व इंदुबाला शर्मा, नागपुर, महाराष्ट्र से राम सिंह ठाकुर व प्रशात कुलकर्णी, बंगलुरु, कर्नाटक से आर्ची मरू व अमृतेश आनंद, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ से नीरज अग्रवाल, कानपुर, उत्तर प्रदेश से अकीब अंसारी, लखनऊ से अहमद अंसारी, कोलकाता से रविशकर शर्मा व हरविंदर सिंह सग्गू को उनके कलेक्शन के लिए आमंत्रित किया गया है।


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