बिहार में अब एक बार में सभी पंचायतों में बनेंगे गोल्डन कार्ड, नीतीश के निर्देश बाद उठाया कदम
आयुष्मान योजना के तहत राज्य की सभी पंचायतों में अब रोटेशन में नहीं वरन एक साथ कैंप लगाकर लाभार्थी परिवार का गोल्डन कार्ड बनेगा। सीएम की समीक्षा के बाद विभाग ने उठाया कदम।
पटना, राज्य ब्यूरो। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत राज्य की साढ़े आठ हजार पंचायतों में अब रोटेशन में नहीं वरन एक साथ कैंप लगाकर लाभार्थी परिवार का गोल्डन कार्ड बनेगा। हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई आयुष्मान योजना की समीक्षा बैठक में राज्य स्वास्थ्य सुरक्षा समिति को निर्देश दिए गए थे कि योजना में गति लाई जाए और जल्द से जल्द लाभार्थी परिवार को गोल्डन कार्ड मुहैया कराया जाए।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद स्वास्थ्य सुरक्षा समिति ने साढ़े आठ हजार पंचायतों में एक बार में कैंप लगाकर गोल्डन कार्ड बनाने के आदेश जारी किए हैं। जिलाधिकारियों और सभी सिविल सर्जनों को इस फैसले से अवगत करा दिया गया है। स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के मुख्य कार्यपालक लोकेश कुमार सिंह ने जिलाधिकारी और सिविल सर्जनों को जारी पत्र में कहा है कि सभी ग्राम पंचायतों में रोटेशन के आधार पर प्रखंडवार गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है। पंचायतों में कैंप आयोजित होने के बाद सभी आरटीपीएस (राइट टू पब्लिक सर्विस एक्ट) काउंटर भी नियमित गोल्डन कार्ड बनाते रहेंगे।
ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यपालक सहायकों के माध्यम से आरटीपीएस काउंटर सही तरीके से और सही समय पर लोगों को गोल्डन कार्ड मिल सके, इसके लिए जरूरी है कि यूआइडीएआइ रजिस्ट्रर्ड बायो मीट्रिक डिवाइस उपलब्ध रहे। उन्होंने कहा कि यदि कहीं यूआइडीएआइ रजिस्ट्रर्ड बायो मीट्रिक डिवाइस नहीं हैं तो राज्य स्वास्थ्य सुरक्षा समिति की ओर से उपलब्ध कराई गई राशि से डिवाइस खरीद लिए जाएं। इसके बाद एक साथ सभी पंचायतों में एक साथ शिविर लगाकर पात्र लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाया और जारी किया जाए।