तस्करों ने एेसी जगह छिपा रखा था एक करोड़ का सोना, देेखकर पुलिस ने झुका ली आंखें
तस्करों ने अनोखी तकनीक अपनाकर एक करोड़ दस लाख का सोना कंडोम में डालकर अपने अंडरगार्मेंट्स के भीतर रखा था। डीआरआइ की टीम ने तस्करों को धर दबोचा है। सोना म्यांमार से लाया गया है।
पटना, जेएनएन। डायरेक्टोरेट ऑफ रेवन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआइ) को गुरुवार को बड़ी सफलता हाथ लगी। पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर चार पर छापेमारी कर डीआरआइ ने तीन सोना तस्करों को गिरफ्तार किया है और इनके तस्करी के तरीके से टीम को हैरानी हुई है।
इन तस्करों के पास से 3319.640 ग्राम सोना बरामद हुआ। सोना म्यांमार से लाया गया है जिसकी कीमत एक करोड़ दस लाख रुपए बताई जा रही है। तस्कर पटना जंक्शन से ट्रेन पकड़कर दिल्ली जाने के फिराक में थे। हाल के दिनों में सोना की ये बड़ी बरामदगी है।
तीनों तस्कर पंजाब में अमृतसर के रहने वाले हैं। इन्हें उस समय गिरफ्तार किया गया, जब ये संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को पकड़ कर नई दिल्ली भागने की फिराक में थे। इनके पास इस ट्रेन का टिकट भी बरामद किया गया है।
सोना तस्करी का अनोखा तरीका, हैरान हुई डीआरआइ की टीम
तीनों तस्करों ने सोने के बिस्किट को कई कंडोम में डालकर इसे अपने शरीर के मल-द्वार में छिपा रखा था।बताया जाता है कि इन्हें इस तरह से तस्करी करने के लिए खासतौर से प्रशिक्षित किया गया था। बिहार में यह पहला मौका है, जब इस तरह से तस्करी के किसी सामान खासकर सोना को छिपाकर लाने का मामला पकड़ा गया है।
सोना तस्करी के पहले भी मामले बिहार में पकड़े गये हैं, लेकिन पुराने किसी मामले में शरीर के अंदर छिपाकर लाने की घटना सामने नहीं आयी थी। तीनों तस्करों की पहचान अशोक कुमार, अभिमन्यु और अर्जुन के रूप में हुई है। तीनों पंजाब के अमृतसर निवासी हैं। तीनों ने सोने के बीस-बीस पीस को अंडरगारमेंट में छिपाकर रखा था।
म्यांमार से तस्करी कर ले जा रहे थे दिल्ली
तस्करों ने पूछताछ में बताया कि सोना म्यांमार से तस्करी कर भारत लाया गया। तस्कर ट्रेन से गुवाहाटी से हाजीपुर पहुंचे। उसके बाद कार बुक कर पटना आए। पटना जंक्शन से संपूर्ण क्रांति से दिल्ली जाने वाले थे। दिल्ली में सोना किसे डिलीवरी करना था, इस बात की जानकारी भी डीआरआइ को टीम को मिल गई है। टीम रात तक तीनों से पूछताछ कर रही थी।