वैश्वीकरण ने युवाओं के लिए खोला असीम संभावनाओं का द्वार
पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के तहत गुरुवार को वाणिज्य महाविद्यालय में ग्लोबल मार्केट्स पर व्याख्यानाला का आयोजन किया गया।
पटना । पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के तहत गुरुवार को वाणिज्य महाविद्यालय में ग्लोबल मार्केट्स पर राष्ट्रीय व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के पूर्व निदेशक प्रो. नवल किशोर ने कहा कि वैश्वीकरण ने पूरे विश्व की अर्थव्यवस्थाओं को एक मंच पर ला दिया है। नए बाजार बने हैं। प्राचीन काल में भारत की वस्तुएं विश्व के कोने-कोने में जाती थीं। अब पुरानी पैठ के साथ-साथ हमें नये कीर्तिमान स्थापित करने के लिए मजबूत निष्ठा और कठिन परिश्रम की जरूरत है। युवा देश में संभावनाएं अपार हैं।
कुलपति ने कहा कि प्रो. नवल किशोर जैसे विद्वानों के उद्बोधन छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए भी लाभप्रद होते हैं। शिक्षकों को नई दिशा में बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। ऐसे आयोजन नियमित होने चाहिए। उन्होंने कहा कि 10 करोड़ भारतीय खरीदारों का वही सामर्थ्य है जो 10 करोड़ यूरोपियन का है। विश्व में आज भारतीय बाजार अहम भूमिका रखता है। इसका लाभ आज के युवा अपने कौशल से उठा सकते हैं। देश बाजार को कमाड नहीं करता, बल्कि नीति और बौद्धिक संपदा बाजार को कमाड करती है। इस अवसर का लाभ उठाने में विश्वविद्यालयों की भूमिका अहम है। व्याख्यान का शुभारंभ कुलपति प्रो. रासबिहारी प्रसाद सिंह, प्रो. अशोक कुमार सिंह, प्रो. ज्योति शेखर, प्राचार्य डॉ. बीएन पांडेय ने दीप जलाकर किया। महाविद्यालय के निर्वाचित छात्र प्रतिनिधि मोहित प्रकाश ने छात्रों की ओर से मुख्य अतिथि प्रो. नवल किशोर तथा अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। मौके पर कुलपति और अतिथियों ने कॉलेज के त्रैमासिक न्यूज बुलेटिन का भी अनावरण किया। प्रो. ज्योति शेखर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
महाविद्यालय की सास्कृतिक समिति की सदस्य अन्या गुप्ता, अनु कुमारी, प्रियंका कुमारी, शिवा, प्रियाकाक्षी मिश्रा और ज्योत्सना ने स्वागत गीत से अतिथियों को भाव विभोर कर दिया। राणा वर्नाड के तबला वादन को लोगों ने खूब पंसद किया। मौके पर प्रो. पीके पोद्दार सहित दर्जनों शिक्षक, विद्यार्थी और शोधार्थी मौजूद थे।