पटना में चाकू की नोंक पर सामूहिक दुष्कर्म, सड़क पर उतरीं लड़कियों की मांग- दरिंदों को हवाले करो
पटना में सामूहिक दुष्कर्म की बड़ी वारदात के बाद लड़कियों का गुस्सा सड़क पर फूट पड़ा। उन्होंने दरिंदों को गिरफ्तार कर लड़की को न्याय दिलाने या उन्हें उनके हवाले करने की मांग की
पटना [जेएनएन]। पहले लड़की के साथ दुष्कर्म (Dirty Act) कर उसका वीडियो (Video) बनाया, फिर उसे वायरल (Viral) करने की धमकी देकर दोस्तों संग सामूहिक दुष्कर्म किया। प्रताड़ना से आजिज लड़की ने अब घटना की नामजद एफआइआर (FIR) दर्ज करा दी है। इसके बाद हड़कम्प मच गया है। पीड़ित लड़की पटना के एक कॉलेज की छात्रा है। घटना से आक्रोशित पटना की छात्राएं शुक्रवार को सड़कों पर उतर आईं।
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
पटना के बीएन कॉलेज की एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की बड़ी वारदात से शुक्रवार को जनाक्रोश उबाल पर दिखा। पटना विश्वविद्यालय (Patna University) की छात्राएं सड़कों पर उतर आईं। वे अारोपितों की गिरफ्तारी तथा उन्हें स्पीडी ट्रायल (Speedy Trial) चला फांसी की सजा (Capital Punishment) दिलाने की मांग कर रही थीं। छात्राओं की मांग है कि अगर पुलिस ऐसा नहीं कर सकती तो आरोपितों को उनके हवाले कर दिया जाए, वे खुद दरिंदों को सजा (Punishment) दे देंगी। हालात पर काबू के लिए पुलिस ने पानी की बौछार की। इसके बाद भी छात्र नहीं माने तो लाठियां बरसाईं। एक दर्जन छात्र-छात्राओं के घायल होने की खबर है। पुलिस ने दो युवतियों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्हें देर शाम बांड भराकर छोड़ दिया गया।
दुष्कर्म कर वीडियो बना किया ब्लैकमेल
पीड़ित लड़की के अनुसार करीब बीते अक्टूबर में एक युवक विपुल ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। उसने दुष्कर्म का वीडियो बनाया तथा उसे वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने लगा। विपुल बीते नौ दिसंबर को उससे बीएन काॅलेज (BN College) के गेट पर मिला। वहां उसने दुष्कर्म का वीडियो वायरल करने व भाई की हत्या (Murder) करने की धमकी दी।
चाकू की नाेंक पर किया सामूहिक दुष्कर्म
विपुल की बातों से डरकर छात्रा उसकी बाइक पर उसके साथ नेहरू नगर स्थित उसके दोस्त मनीष के घर गई। वहां विपुल ने उसका मोबाइल छीनकर स्वीच-ऑफ कर दिया। फिर विपुल व मनीष सहित चार युवकों ने चाकू की नाेंक पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना के बाद चारो उसे छोड़कर भाग गए।
आरोपितों ने दी भाई की हत्या की धमकी
पीड़िता के अनुसार आरोपित विपुल और मनीष ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने सामूहिक दुष्कर्म की बात किसी को बताई तो उसके भाई की हत्या कर दी जाएगी। इस कारण उसने घरवालों को भी घटना की जानकारी नहीं दी।
ऐसे खुला मामला, दर्ज हुई एफआइआर
बाद में उसने एक सीनियर लड़की कोे आपबीती बताई। उस सीनियर ने पीड़िता के पिता को सारी बात बता दी। फिर घरवालों के सहयोग से लड़की ने घटना की एफआइआर दर्ज कराई।
एक बड़े अधिकारी का बेटा भी आरोपित
आरोपित मनीष पटना के एक बड़े अधिकारी का बेटा है। आरोपित विपुल बीएन काॅलेज का छात्र तो अश्विनी एक मीडियाकर्मी का भाई है। एक और आरोपित अमन है। लड़की भी पटना के एक प्रतिष्ठित कॉलेज की छात्रा है।
घटना की एफआइआर दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपितों के पटना के कंकड़बाग में छिपे होने की सूचना पर वहां गई। पुलिस के पहुंचने पर दो आरोपित छत से कूदकर भागने में सफल रहे।
घटना को लेकर पुलिस ने कही ये बात
आइजी सेंट्रल रेंज संजय सिंह ने बताया कि घटना के एक आरोपित अवन को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि, अन्य की खोज जारी है। आइजी ने सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि की है, लेकिन उन्होंने चाकू के बल पर वारदात से इनकार किया है।
सड़क पर उतरी छात्राओं की मांग: दरिंदों को दो फांसी
पाटलिपुत्र इलाके में कॉलेज छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर शुक्रवार को दिनभर पटना उबलता रहा। छात्र-छात्राओं ने अशोक राजपथ और कारगिल चौक को पांच घंटे तक जाम रखा। राहगीरों से मारपीट की गई। गाडिय़ों को रोका गया। छात्र और सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में छात्राओं ने प्रदर्शन किया और अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई। हालात पर काबू के लिए पुलिस ने पानी की बौछार की तथा लाठियां भी बरसाईं। इसमें एक दर्जन छात्र-छात्राओं के घायल होने की खबर है।
दो आरोपियों ने किया सरेंडर
इधर, पुलिस की लगातार दबिश के कारण हाईकोर्ट अधिकारी के आरोपित बेटे मनीष सिंह और एक अन्य आरोपित छात्र विपुल ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अन्य एक आरोपित फरार छात्र अश्विनी सिंह के खिलाफ पुलिस ने कुर्की का वारंट लिया है।
दो दिनों तक सोती रही पुलिस
घटना नौ दिसंबर की दोपहर हुई थी, लेकिन आरोपित के स्वजन रसूखदार हैं, जिस वजह से पुलिस ने दो दिनों तक मामले को दबाए रखा। गुरुवार को जब घटना मीडिया की सुर्खियां बनी तो पुलिस ने आरोपित अवन भूमि को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मनीष और विपुल के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे गए। लेकिन, इन दोनों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।