कंप्यूटर सीख अलावलपुर की बेटियां बनीं आत्मनिर्भर
अलावलपुर गाव की बेटियां कंप्यूटर पढ़कर आर्थिक रूप से सक्षम बनीं।
पटना। अलावलपुर गाव की बेटियां, जिन्होंने कभी कंप्यूटर देखा तक नहीं था, वो आज कंप्यूटर सीखकर गाव के ही बीपीओ केंद्र में सर्विस कर रही हैं। अपना और अपने परिवार का खर्च वहन कर रही हैं। अब उन्हें आर्थिक रूप से किसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। बीपीओ केंद्र में काम करने वाली लड़किया अलका कुमारी, चादनी कुमारी, ज्योति कुमारी और लवली कुमारी का कहना है कि यह सब केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की पहल पर संभव हो पाया है। उनकी पहल पर ही हमलोगों के गाव में कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र, बीपीओ केंद्र एवं सीइससी केंद्र खुला। अलावलपुर के अलावे आसपास के गाव पियरिया, जमुनापुर, बाकरचक की करीब दो हजार लड़कियां अलावलपुर स्थित नाइलेट आदर्श कंप्यूटर साक्षरता केंद्र पर कंप्यूटर में दक्षता प्राप्त कर चुकी हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अलावलपुर गाव को वर्ष 2017 में गोद लिया था। यह देश का दूसरा डिजिटल गाव बना। इसके बाद गाव का सर्वागीण विकास हुआ। यहां सड़क, बिजली और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम हुआ। अब घर बैठे सीएससी के माध्यम से आवासीय, आय प्रमाण पत्र, बिजली बिल, राजस्व रसीद और रेल टिकट के साथ-साथ नौकरी व एडमिशन के फॉर्म भरे जा रहे हैं। इतना ही नही गाव की महिलाओं को नैपकिन और एलईडी बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सीएससी के प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र आदि के खुल जाने से गाव में बहुत तरक्की हुई है। खासकर यहां की लड़कियां आत्मनिर्भर बन गई हैं। वे आर्थिक रूप से अपना और अपने परिवार का खर्च उठाने के लिए सक्षम हैं।
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