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दीपावली पर बलि चढ़ने से बची ढाई साल की मासूम, तांत्रिक गिरफ्तार

बक्सर में बलि देने के लिए दो दिन पूर्व ढाई साल की बच्ची का अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए बच्‍ची को एक शिक्षक के घर से बरामद कर लिया गया है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Wed, 07 Nov 2018 05:07 PM (IST)Updated: Wed, 07 Nov 2018 05:07 PM (IST)
दीपावली पर बलि चढ़ने से बची ढाई साल की मासूम, तांत्रिक गिरफ्तार
दीपावली पर बलि चढ़ने से बची ढाई साल की मासूम, तांत्रिक गिरफ्तार
पटना [जेएनएन]। बिहार के बक्सर में बलि देने के लिए ढाई साल की एक बच्ची के अपहरण का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। अपहृत बच्ची को बिक्रमगंज के शिवपुर स्थित एक सरकारी शिक्षक के घर से बरामद कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि दीपावाली के दिन ही बच्ची की बलि देने की योजना थी। बक्सर पुलिस साजिश के सूत्रधार तांत्रिक को भी गिरफ्तार कर लिया है।
घटना की जानकारी देते हुए बक्‍सर के नगर थानाध्यक्ष दयानंद सिंह ने बताया की धनतेरस के दिन भोजपुर जिला के बिहिया थानाक्षेत्र अंतर्गत ओसाई गांव निवासी कमलेश यादव की पत्नी शांति देवी अपनी दो बेटियों के साथ बक्सर के रामरेखा घाट गंगा स्नान करने आईं थीं। शांति देवी को गंगा स्नान के लिए बक्सर भेजना भी अपहरण की साजिश का एक हिस्सा था।
दरअसल, शांति देवी के परिवार में उसका एक बेटा, एक भाई मिर्गी के रोग से ग्रसित हैं, वही उसके पति की भी दिमागी हालत ठीक नहीं। इसी की झाडफ़ूंक के लिए वे बिहिया के बड़की हरदिया स्थित मंदिर के पुजारी और तांत्रिक पिंटू बाबा (45) के पास गई थी। वहां तांत्रिक ने झाडफ़ूंक के नाम पर उसे गंगा स्नान कर जल में 15 मिनट तक आंखे बंद कर खड़े रहने की सलाह दी थी। इस दौरान तांत्रिक ने गोद की बच्ची को भी साथ लेकर जाने और स्नान कराकर घाट पर छोड़ खुद स्नान करने की स्पष्ट हिदायत दी थी। इसी का अनुपालन करने के लिए वह अपनी दोनों बेटियों को साथ लिए गयी थी।
बक्सर के रामरेखाघाट पर स्नान के पूर्व उसे एक युवक मिला, जिसने खुद को उसका परिचित बताते घनिष्ठता कर ली। तब युवक ने शांति देवी का मोबाइल लेकर किसी से बात भी की। इस बीच शांति देवी आंखे बंद किये जल में 15 मिनट खड़ी रही। जब आंख खुली तब युवक और छोटी बच्ची दोनों गायब थे।
खोजबीन के बाद शांति देवी ने नगर थाना में जाकर पूरी घटना की जानकारी दी। अनुसंधान के क्रम में शांति देवी के मोबाइल से युवक ने जिस नंबर पर बात की थी, वह तांत्रिक का निकला। मोबाइल का लोकेशन घटना के समय बक्सर और फिर बिक्रमगंज में मिला। इसके बाद तांत्रिक को पकड़कर की गई पूछताछ में सारी बातों का खुलासा हो गया।
तांत्रिक के अनुसार दीपावाली की रात में ही बच्ची को बलि देने की योजना थी। इसकी जानकारी मिलते ही आनन-फानन में रोहतास पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर बच्ची को विक्रमगंज के शिवपुर स्थित एक सरकारी शिक्षक के घर से बरामद कर लिया गया। मामले में सहयोग देनेवाले अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी कर रही है।

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