Move to Jagran APP

वर्मी कंपोस्ट इकाई पर मिलेगा 40 फीसद अनुदान

बिहार में वर्मी कंपोस्ट इकाई लगाने वाले किसानों के लिए 40 फीसद और अधिकतम चार हजार रुपये तक अनुदान की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक किसान को अधिकतम पांच यूनिट पर सब्सिडी दिया जाएगा।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Thu, 15 Feb 2018 11:36 AM (IST)Updated: Thu, 15 Feb 2018 10:42 PM (IST)
वर्मी कंपोस्ट इकाई पर मिलेगा 40 फीसद अनुदान
वर्मी कंपोस्ट इकाई पर मिलेगा 40 फीसद अनुदान

पटना [राज्य ब्यूरो]। प्रदेश में जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए वर्मी कंपोस्ट इकाई लगाने वाले किसानों के लिए 40 फीसद और अधिकतम चार हजार रुपये तक अनुदान की व्यवस्था की गई है। कृषि विभाग द्वारा इच्छुक किसानों से आवेदन लिए जा रहे हैं। प्रत्येक किसान को अधिकतम पांच यूनिट पर सब्सिडी का फायदा दिया जाएगा।

loksabha election banner

कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में राज्य में डेढ़ लाख यूनिट की स्थापना की जानी है। अभी तक 72,377 यूनिट की स्थापना का काम पूरा कर लिया गया है। जिन किसानों ने अभी तक इकाई लगा ली है, उन्हें अनुदान की राशि दी जा रही है। इच्छुक किसान अपने जिले या ब्लाक में कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।

कृषि मंत्री ने कहा कि रासायनिक खाद के इस्तेमाल से खेती की लागत लगातार बढ़ रही है। छोटे किसानों पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है। साथ ही मिïट्टी की उर्वरा शक्ति भी कमजोर पड़ रही है। मंत्री ने कहा कि वर्मी कंपोस्ट के इस्तेमाल से खेती में लागत कम आएगी तथा पर्यावरण संरक्षण भी होगा।

वर्मी कंपोस्ट यूनिट के लिए एक बेड के निर्माण पर 10 हजार रुपये खर्च आता है। बेड का निर्माण ईंट, बालू व सिमेंट से होता है। इसकी लंबाई 10 फीट, चौड़ाई 3 फीट व ऊंचाई ढाई फीट होती है। इसपर प्रति यूनिट 40 फीसद यानी चार हजार रुपये की सब्सिडी मिलती है।

कंपोस्ट खरीदने पर भी अनुदान

किसानों को वर्मी कंपोस्ट यूनिट लगाने के अलावा किसी दूसरी यूनिट से कंपोस्ट की खरीदारी पर भी अनुदान दिया जाता है। एक किसान अधिकतम दस क्विंटल कंपोस्ट की खरीदारी कर सकता है। एक हेक्टेयर के लिए पांच तो दो हेक्टेयर के लिए 10 क्विंटल कंपोस्ट अनुदान पर दिया जाएगा। प्रति क्विंटल तीन सौ रुपये अनुदान देने का प्रावधान है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.