IGIMS के गार्ड ने बिजली मरम्मत करने आए जूनियर इंजीनियर का फोड़ा सिर Patna News
पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में गुरुवार की सुबह जमकर बवाल हुआ। बिजली मरम्मत करने आए इंजीनियर का गार्ड ने सिर फोड़ दिया।
By Edited By: Published: Thu, 08 Aug 2019 09:37 PM (IST)Updated: Fri, 09 Aug 2019 08:24 AM (IST)
पटना, जेएनएन। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में गुरुवार की सुबह सुरक्षाकर्मियों ने बिजली की मरम्मत का काम करने आए जूनियर इंजीनियर राजीव रंजन और उनके सहयोगियों की जमकर पिटाई कर दी। बंदूक की बट से राजीव का सिर फोड़ दिया। जब उन्हें होश आया तो वह अस्पताल की इमरजेंसी यूनिट के बेड पर पड़े थे। इसके बाद उन्हें सहकर्मी गार्डिनर अस्पताल लेकर गए, जहां उनका समुचित उपचार किया गया।
इस संबंध में राजीव ने शास्त्री नगर थाने में आइजीआइएमएस के गार्ड अशोक सिंह, अजय सिंह, नारायण सहित तीन-चार अज्ञात लोगों के खिलाफ जान से मार डालने और सरकारी कार्य में बाधा डालने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार, आइजीआइएमस विद्युत आपूर्ति शाखा के कनीय अभियंता राजीव रंजन अस्पताल परिसर में हर्बल कैंपस के सामने मरम्मत के काम के लिए चार सहकर्मियों के साथ सरकारी वाहन से गए थे। वे काम शुरू करने वाले ही थे कि गार्ड अशोक, अजय व नारायण पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए वाहन हटाने को कहा।
गाड़ी के ऊपर सीढ़ी और मरम्मत में उपयोगी अन्य सामान रखे थे, इसलिए विद्युत कर्मियों ने उनसे वहीं वाहन लगाने का आग्रह किया। इस पर गार्ड भड़क उठे और बहस करने लगे। तभी कार्य की स्थिति की जानकारी लेने के लिए आशियाना विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता विक्की कुमार और अवर प्रमंडल के सहायक अभियंता शंकर सिंह पहुंच गए। उनके आते ही गार्ड चले गए और दो-तीन मिनट बाद वापस लाठी-डंडा एवं बंदूक लेकर पहुंचे। उनका गुस्सा देख विद्युत कर्मी भागने लगे तो उन्होंने राजीव को पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी।
बंदूक की बट से सिर फोड़ दिया और बेहोश होने तक पीटते रहे। जब राजीव ने आंखें खोलीं तो उन्होंने खुद को अस्पताल की इमरजेंसी यूनिट के बेड पर पाया। राजीव की मानें तो सुरक्षाकर्मियों की गलती के कारण अस्पताल प्रबंधन ने उनका सही तरीके से इलाज नहीं किया। ऑफिस के लोग उन्हें गार्डिनर अस्पताल में लेकर गए, जहां उनका उपचार किया गया। इसके बाद उन्होंने शास्त्री नगर थाने में लिखित शिकायत की है।
इस संबंध में राजीव ने शास्त्री नगर थाने में आइजीआइएमएस के गार्ड अशोक सिंह, अजय सिंह, नारायण सहित तीन-चार अज्ञात लोगों के खिलाफ जान से मार डालने और सरकारी कार्य में बाधा डालने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार, आइजीआइएमस विद्युत आपूर्ति शाखा के कनीय अभियंता राजीव रंजन अस्पताल परिसर में हर्बल कैंपस के सामने मरम्मत के काम के लिए चार सहकर्मियों के साथ सरकारी वाहन से गए थे। वे काम शुरू करने वाले ही थे कि गार्ड अशोक, अजय व नारायण पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए वाहन हटाने को कहा।
गाड़ी के ऊपर सीढ़ी और मरम्मत में उपयोगी अन्य सामान रखे थे, इसलिए विद्युत कर्मियों ने उनसे वहीं वाहन लगाने का आग्रह किया। इस पर गार्ड भड़क उठे और बहस करने लगे। तभी कार्य की स्थिति की जानकारी लेने के लिए आशियाना विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता विक्की कुमार और अवर प्रमंडल के सहायक अभियंता शंकर सिंह पहुंच गए। उनके आते ही गार्ड चले गए और दो-तीन मिनट बाद वापस लाठी-डंडा एवं बंदूक लेकर पहुंचे। उनका गुस्सा देख विद्युत कर्मी भागने लगे तो उन्होंने राजीव को पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी।
बंदूक की बट से सिर फोड़ दिया और बेहोश होने तक पीटते रहे। जब राजीव ने आंखें खोलीं तो उन्होंने खुद को अस्पताल की इमरजेंसी यूनिट के बेड पर पाया। राजीव की मानें तो सुरक्षाकर्मियों की गलती के कारण अस्पताल प्रबंधन ने उनका सही तरीके से इलाज नहीं किया। ऑफिस के लोग उन्हें गार्डिनर अस्पताल में लेकर गए, जहां उनका उपचार किया गया। इसके बाद उन्होंने शास्त्री नगर थाने में लिखित शिकायत की है।
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