पटना: अब आपके घरों में पाइप से होगी रसोई गैस की आपूर्ति
पटना में पेट्रलियम एवं प्राकृतिक गैस रेगुलेटरी बोर्ड की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पाइपलाइन से गैस आपूर्ति की डिटेल्स में जानकारी दी।
पटना [जेएनएन]। अब वह दिन दूर नहीं, जब पटना में एलपीजी सिलेंडर के लिए गैस उपभोक्ताओं को नंबर नहीं लगाना पड़ेगा। 1-2 माह के अंदर पाइप लाइन से किचन में गैस पहुंचने लगेगी। फरवरी या मार्च तक पाइप लाइन से रसोई गैस की आपूर्ति घरों में होने लगेगी। ये बातें उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहीं। वे पटना में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस रेगुलेटरी बोर्ड की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही बरौनी खाद कारखाना भी शुरू हो जाएगा।
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि हालांकि प्रारंभ में यह सुविधा पटना में 5500 लोगों को ही मिलेगी। फिलहाल इतने ही लोगों को पाइप लाइन से गैस कनेक्शन दिया गया है। इसके बाद उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि इसी साल मार्च तक पटना में तीन सीएनजी सेंटर काम करने लगेंगे। इसके बाद सेंटरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 2020 तक 4 और सेंटर खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि खासकर गैस पाइप लाइन का कनेक्शन मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में बहुत जरूरी है। साथ ही राज्य सरकार बिल्डिंग बॉयलॉज को संशोधित करके गैस पाइप लाइन को अनिवार्य करेगी।
मोदी ने यह भी कहा कि बिहार में अभी 8 करोड़ मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं 1 अप्रैल 2014 तक बिहार में 38 लाख गैस कनेक्शन था और अब पीएम उज्जवला योजना द्वारा बढ़कर बिहार में यह संख्या 1 करोड़ 53 लाख हो गयी है। उन्होंने कहा कि सूबे के सभी एससी/एसटी एवं इबीसी परिवारों को अनिवार्य रूप से गैस कनेक्शन दिये जा रहे हैं। पीएम उज्जवला योजना के तहत पूरे देश में 6 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं, जबकि टारगेट 5 करोड़ का ही था। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में बंद पड़े बरौनी फर्टिलाइजर को पीएम नरेंद्र मोदी ने पुनः चालू करने का काम किया है। नैचुरल गैस के इस्तेमाल से यूरिया के उत्पादन का कार्यारंभ हो गया है। इसी तरह कार्बन उत्सर्जन को कम करने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए पेट्रोल पंप पर पॉल्यूशन चेकिंग मशीन लगाई जा रही है।