उद्यान प्रदर्शनी में पूर्णिया का चुकंदर व रोहतास का स्ट्राबेरी कर रहा आकर्षित
राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में उद्यान प्रदर्शनी कार्यक्रम का आज राज्यपाल करेंगे उद्घाटन
- राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में उद्यान प्रदर्शनी कार्यक्रम का आज राज्यपाल करेंगे उद्घाटन
- प्रदर्शनी में बिहार के सभी जिलों से आए किसान
- उत्कृष्ट फल, फूल एवं सब्जी के साथ किसानों को मिलेगा पुरस्कार
इंट्रो - खेती में उन्नत तकनीक के इस्तेमाल ने इसे पहले से काफी अलग बना दिया है। अब शिक्षित और प्रोफेशनल युवा भी खेती की ओर मुखातिब होने लगे हैं। एक से बढ़कर एक किस्म के फल-फूल, सब्जी और औषधीय पौधों की खेती से किसान नई इबारत लिख रहे हैं। ऐसे ही प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए राजभवन में प्रदर्शनी लगी है। जमुई जिले का कद्दू तो बक्सर का फूलगोभी तो मधुबनी का अफ्रीकन गेंदे का फूल। एक से बढ़कर एक आश्चर्यजनक फूल, फल और औषधीय पौधे सभी का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। विभिन्न जिलों से आए किसान अपने साथ लाए उत्कृष्ट उत्पाद को लेकर परिसर में मौजूद थे। कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार को राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में लगी उद्यान प्रदर्शनी में देखने को मिला। उद्यान प्रदर्शनी मेले का औपचारिक उद्घाटन गुरुवार को राज्यपाल लालजी टंडन करेंगे। उद्यान प्रदर्शनी का संयोजन बिहार कृषि विवि, सबौर कर रहा है। प्रदर्शनी में राज्य के जिला कृषि पदाधिकारियों एवं सहायक निदेशक उद्यान के माध्यम से राज्य के उत्कृष्ट फल, सब्जी, फूल एवं सुगंधित पौधे के उत्पादक किसानों को प्रदर्शनी में आमंत्रित किया गया है। बिहार कृषि विवि उद्यान विभागाध्यक्ष डॉ. मोहम्मद फिजा अहमद ने कहा कि प्रदर्शनी में उत्कृष्ट फल, सब्जी, फूल, सुगंधित पौधे को प्रदर्शित करने वाले किसानों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया जाएगा। इसमें पहला पुरस्कार तीन हजार, दूसरा पुरस्कार दो हजार एवं तृतीय पुरस्कार एक हजार रुपये दिया जाएगा।
प्रतियोगिता में विभिन्न जिलों के फल-फूल लोगों को करेंगे आकर्षित -
उद्यान प्रदर्शनी को लेकर विभिन्न जिलों से आए किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दिख रही थी। प्रदर्शनी में बिहार के लगभग सभी जिलों से किसान अपने विभिन्न प्रकार के उम्दा फल, फूल, औषधीय पौधे साथ लाए हैं। जमुई से आए आनंदी यादव प्रदर्शनी के लिए अपने साथ कद्दू लाए हैं, जिसका वजन 10 किलो से ज्यादा बताया जा रहा है। आनंदी ने कहा कि जैविक खेती के माध्यम से इसे तैयार किया गया है। वही रोहतास से आए मनोज कुमार सिंह अपने साथ सुंदरी अमरूद लेकर आए हैं, तो वैशाली से संजय कुमार सिंह सूरन लेकर आए हैं। किसानों ने कहा कि प्रदर्शनी से उनको काफी जानकारी मिलेगी। साथ ही किसानों के प्रयास पर सरकार का भी ध्यान जाएगा।
पश्चिमी चंपारण का जापानी पुदीना जीतेगा दिल -
उद्यान प्रदर्शनी में नालंदा उद्यान महाविद्यालय, बिहार कृषि विद्यालय सबौर से कपूर, अश्वगंधा आदि के औषधीय पौधे के साथ ब्लैक गुवाया, स्वीट विलियम, शोभकारी पत्तागोभी, स्टॉक, स्टेविया आदि विभिन्न प्रकार के फूल प्रदर्शनी में लोगों को अपनी आकर्षित करेगा। वह दूसरी ओर रोहतास का स्ट्राबेरी, पश्चिमी चंपारण का जापानी पुदीना, पूर्णिया का चुकंदर, भागलपुर का केला, कटिहार और बक्सर का बेर अपनी मिठास से प्रदर्शनी में चार-चांद लगाएगा। मधुबनी का अफ्रीकन गेंदा व रोहतास का मिर्चा प्रदर्शनी में आकर्षण बना है। कृषि विवि सबौर के उद्यान विभागाध्यक्ष डॉ. मोहम्मद फिजा अहमद ने कहा कि प्रदर्शनी में 500 से अधिक किसान अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के साथ लोगों का ध्यान आकर्षित करेंगे। अहमद ने कहा कि इस प्रकार की प्रदर्शनी आयोजन करने से किसानों का मनोबल बढ़ने के साथ बिहार के फल-फूल एवं अन्य सामग्री दूसरे राज्यों में भी अपना स्थान बनाएगी।