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पटना की मंडियों में आ गए हैं MP-UP और ओडिशा के तरबूज, जानें दाम और फायदे

पटना के बाजार में देश के कई राज्यों के तरबूज लाए गए हैं। राजधानी की बाजार समिति का फल बाजार तरबूजों से पट गया है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Tue, 28 May 2019 11:49 AM (IST)Updated: Tue, 28 May 2019 11:49 AM (IST)
पटना की मंडियों में आ गए हैं MP-UP और ओडिशा के तरबूज, जानें दाम और फायदे
पटना की मंडियों में आ गए हैं MP-UP और ओडिशा के तरबूज, जानें दाम और फायदे

पटना, जेएनएन। गर्मी के मौसम में तरबूज की जरूरत को देखते हुए पटना के मंडियों में देश के कई राज्यों के तरबूज लाए गए हैं। बाजार समिति फल मंडी में ज्यादातर तरबूज बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तामिलनाडु, सिलीगुड़ी और ओडिशा के होते हैं। बिहार में देखा जाए तो दरियार तरबूज का सबसे बड़ा उत्पादक है जो कि वैशाली जिले में है।

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जानें तरबूज के फायदे

तरबूज एक ऐसा फल है जो न केवल पानी की कमी की पूर्ति करता है, बल्कि इसके लाल रंग वाला हिस्सा एंटी ऑक्सीडेंट लाइकोपीन पोषक तत्व का पावर हाउस है। हृदय को दुरुस्त रखने के साथ ही यह कैलेस्ट्रोल को कम करने में भी सहायक होता है। हड्डी को मजबूत बनाने में भी यह कारगर होता है। यह विटामिन ए और सी प्राप्त करने का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके साथ ही मोटापा कम करने और आंखों की कई बीमारियों को दूर करने में तरबूज सहायक है।

लू लगने का खतरा कम करता है

तरबूज से लू लगने का अंदेशा कम होता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी के साथ ही आंखों के लिए भी फायदेमंद है। पर इस फल का अधिक मात्रा में सेवन, पाचन संबंधी समस्याओं को जन्म देती है।

ओडिशा का तरबूज है सबसे लोकप्रिय:

खुदरा विक्रेताओं से बात करने पर पता चला कि पटना में ओडिशा का तरबूज सबसे अधिक प्रसिद्ध है। यह लाल एवं मीठा होने के कारण  ग्राहकों और विक्रेताओं के मन को अधिक भाता है। पिंकी देवी लगभग 10 साल से सचिवालय के पास तरबूज बेचती हैं। वह कहती हैं कि उड़ीसा से आए हुए तरबूज ग्राहको की पहली पसंद हैं, क्योंकि वह लाल और ज्यादा मीठे होते हैं। तरबूज थोक विक्रेताओं द्वारा 15 रुपये से 19 रुपये प्रति किलो बेचे तो खुदरा विक्रताओं द्वारा 20 रुपये से 25 रुपये प्रति किलो तक बेचे जा रहे हैं ।

कई नाम हैं तरबूज के

एक फल विक्रेता अत्यंत रोचक जानकारी देता है। बताता है कि तरबूज कई नामों से जाना जाता है । जैसे राजस्थान के कुछ हिस्सों में मतीरा, हरियाणा के कुछ भाग में हदवाना।

रोजेदारों की भी पहली पसंद है तरबूज

तरबूज पानी का एक बेहतर स्रोत है। इसमें लगभग 92 प्रतिशत पानी होता है। इस वजह से तरबूज की मांग ज्यादा होती है। तरबूज में पानी की मात्रा ज्यादा होने से दिनभर की पानी की कमी बहुत हद तक दूर हो जाती है।  सचिवालय के पास  तरबूूज बेच रही रिंकू देवी कहती हैं कि इन दिनों ग्राहकों में तरबूज की मांग अधिक है । उनका कहना है कि तरबूज तो लगभग तीन महीने तक बाजार में रहता है। पर लेकिन रमजान के वक्त इसकी बिक्री सबसे अधिक होती है।

प्रस्तुति : कोमल सिंह, अनु कुमारी, साक्षी कुमारी, सोनाली सिन्हा, सुरभि कुमारी, अंजना सिंह, वैष्णवी चोपड़ा, सोनल कुमारी, मोना सिंह, शुभांगी प्रिया।

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