25 लाख में पायलट तो 25 हजार में एयर होस्टेस, और ठगे गए 19 छात्र-छात्रा
बेरोजगार युवक-युवतियों को एयर होस्टेस, पायलट बनाने का सपना दिखाकर 25 लाख की ठगी करने का मामला सामने आया है। शातिर ने 19 छात्र-छात्राओं को सुनहर सपने दिखाकर ठग लिया।
By Edited By: Published: Wed, 26 Dec 2018 02:01 AM (IST)Updated: Wed, 26 Dec 2018 11:53 AM (IST)
पटना, जेएनएन। आसमान में उड़ने का सपना दिखाकर छात्र-छात्राओं को ठगने वाले पटना में सक्रिय हैं। युवक-युवतियों को एयर होस्टेस, पायलट बनाने का सपना दिखाकर 25 लाख रुपये ठगने के बाद एक कंपनी फरार हो गई। 19 युवक-युवतियों को जब इसका अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गए, तो सभी हवाई अड्डा थाना पहुंचे और कंपनी के निदेशक सहित कई अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। ठगी का शिकार हुए सुमन कुमार सहित कुल 19 युवक-युवतियों ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
अखबार में विज्ञापन देकर बनाया बेवकूफ
हिमांशु कुमार ने एक कंपनी हिन्दुस्तान एरो एकेडमी नाम से एक कंपनी जगदेव पथ के पास आरके स्टेट भवन में खोली और अखबार में विज्ञापन दिया कि युवक-युवतियों के लिए एयर होस्टेस, रेडियो आपरेटर, ग्राउंड स्टाफ, कैप्टन और पायलट बनने का सुनहरा अवसर प्रशिक्षण प्राप्त करें और नौकरी पाएं। विज्ञापन देख कर लगभग दो दर्जन से अधिक युवक-युवतियां कंपनी के कार्यालय पहुंचीं। सभी को सुनहरे सपने देखा कर प्रशिक्षण के लिए नामांकन कराने को कहा गया। नामांकन में प्रत्येक छात्र-छात्रा से एक लाख 25 हजार रुपये लिये गए, जबकि पायलट के लिए पांच लाख रुपये लिये गए।
प्रशिक्षण के पूर्व क्लास और फर्जी परीक्षा
कहा जाता था कि प्रश्न पत्र बिहार के बाहर से मंगवाकर यहां परीक्षा ली जाती है। परीक्षा में सफल होने वालों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उसके बाद सभी को नौकरी उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके लिए अलग से पैसा लगेगा। यह राशि पायलट के लिए 20 से 25 लाख और एयर होस्टेस के लिए पांच लाख, अन्य के लिए तीन लाख होगी। कार्यालय शिफ्ट करने की बात कहकर हुए फरार छह माह बाद कंपनी के निदेशक हिमांशु गुप्ता ने अपना कार्यालय बदलकर डाकबंगला ले जाने की बात कही और अचानक से कार्यालय बंद कर फरार हो गए। लंबे समय तक कार्यालय का कोई अता-पता नहीं चला। तब छात्र-छात्राओं को जानकारी लगी कि वे सभी ठगी का शिकार हो गए हैं। तब 19 छात्र-छात्राएं हवाई अड्डा थाना पहुंचीं और कंपनी के निदेशक हिमांशु गुप्ता, प्रशिक्षक अमित सिन्हा, कार्यालय अधिकारी रूचिका के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी। छात्रों ने बताया कि हिमांशु ने कंपनी खोल कर उन लोगों के साथ 25 लाख की ठगी की है। इसके साथ ही अन्य कई के साथ भी लाखों की ठगी की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपितों में से एक पटना हवाई अड्डा पर प्राइवेट नौकरी करता है।
अखबार में विज्ञापन देकर बनाया बेवकूफ
हिमांशु कुमार ने एक कंपनी हिन्दुस्तान एरो एकेडमी नाम से एक कंपनी जगदेव पथ के पास आरके स्टेट भवन में खोली और अखबार में विज्ञापन दिया कि युवक-युवतियों के लिए एयर होस्टेस, रेडियो आपरेटर, ग्राउंड स्टाफ, कैप्टन और पायलट बनने का सुनहरा अवसर प्रशिक्षण प्राप्त करें और नौकरी पाएं। विज्ञापन देख कर लगभग दो दर्जन से अधिक युवक-युवतियां कंपनी के कार्यालय पहुंचीं। सभी को सुनहरे सपने देखा कर प्रशिक्षण के लिए नामांकन कराने को कहा गया। नामांकन में प्रत्येक छात्र-छात्रा से एक लाख 25 हजार रुपये लिये गए, जबकि पायलट के लिए पांच लाख रुपये लिये गए।
प्रशिक्षण के पूर्व क्लास और फर्जी परीक्षा
कहा जाता था कि प्रश्न पत्र बिहार के बाहर से मंगवाकर यहां परीक्षा ली जाती है। परीक्षा में सफल होने वालों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उसके बाद सभी को नौकरी उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके लिए अलग से पैसा लगेगा। यह राशि पायलट के लिए 20 से 25 लाख और एयर होस्टेस के लिए पांच लाख, अन्य के लिए तीन लाख होगी। कार्यालय शिफ्ट करने की बात कहकर हुए फरार छह माह बाद कंपनी के निदेशक हिमांशु गुप्ता ने अपना कार्यालय बदलकर डाकबंगला ले जाने की बात कही और अचानक से कार्यालय बंद कर फरार हो गए। लंबे समय तक कार्यालय का कोई अता-पता नहीं चला। तब छात्र-छात्राओं को जानकारी लगी कि वे सभी ठगी का शिकार हो गए हैं। तब 19 छात्र-छात्राएं हवाई अड्डा थाना पहुंचीं और कंपनी के निदेशक हिमांशु गुप्ता, प्रशिक्षक अमित सिन्हा, कार्यालय अधिकारी रूचिका के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी। छात्रों ने बताया कि हिमांशु ने कंपनी खोल कर उन लोगों के साथ 25 लाख की ठगी की है। इसके साथ ही अन्य कई के साथ भी लाखों की ठगी की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपितों में से एक पटना हवाई अड्डा पर प्राइवेट नौकरी करता है।
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