मूर्ति विसर्जित करने के गये चार लोगों की नदी में डूबने से मौत
बिहार के अलग-अलग जगहों पर नदी में डूबने से चार लोगों की डूबने से मौत हो गई। ये लोग करमा पूजा के बाद नदी में मूर्ति विसर्जन करने गये थे।
पटना [जागरण टीम]। बिहार के अलग-अलग जगहों पर डूबने के कारण चार लोगों की मौत हो गई। पूर्णिया जिले में रविवार अल सुबह दो अलग-अलग घटनाओं में दो बच्चों सहित तीन लोग डूब गए। वहीं पटना जिले के बख्तियारपुर में एक 12 वर्षीय बच्चा डूब गया।
जानकारी के अनुसार टीकापट्टी गांव निवासी वार्ड संख्या आठ के वार्ड सदस्य मुकुल केशरी का पुत्र अभिषेक (15) और संजय मंडल का पुत्र गोल्डन कुमार अपने दोस्तों के साथ मूंज विसर्जित करने गरीबघाट गया था। इसी दौरान अभिषेक का पैर फिसल गया और वह डूबने लगा। उसे बचाने गया गोल्डन भी पानी में डूब गया।
पास मौजूद अन्य बच्चों द्वारा शोर मचाने पर आधा दर्जन तैराक इन्हें बचाने नदी में कूदे, लेकिन बचा नहीं सके। काफी मशक्कत के बाद दोनों के शव बरामद किए गए। बच्चों की मौत के बाद दोनों शवों को लेकर लोग
अस्पताल गए। वहां से लौटने के बाद प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति का भी सहारा लिया गया।
अभिषेक हाई स्कूल, टीकापट्टी में नवीं व गोल्डेन काली स्थान, टीकापट्टी में सातवीं कक्षा में पढ़ता था। मौके पर पहुंचे एसडीओ पवन कुमार मंडल, सीओ सत्येंद्र प्रताप मधुकर व थानाध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने परिजन के लिए चार-चार लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की।
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दूसरी घटना श्रीमाता गांव में हुई। यहां केले के तने के सहारे चिमनीधार पार कर रहे धर्मेंद्र कुमार की डूबकर मौत हो गई। मृतक के पिता जयजयराम चौधरी ने बताया कि उनका बेटा बीमार था। वह अपना इलाज बलिया गांव में एक आयुर्वेदिक चिकित्सक से करवाता था। वहीं जाने के दौरान यह घटना हुई।
काफी खोजबीन के बाद उसका शव बरामद किया गया। मौके पर पहुंचकर सीओ सत्येंद्र प्रताप मधुकर ने पीडि़त परिवार को चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की।
वहीं तीसरी घटना पटना जिले के बख्तियारपुर की है, जहां करमा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन करने गये एक 12 वर्षीय लड़का गहरे पानी में चला गया। जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
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