मनेर में एसबीआइ के खाते से चार लाख रुपये उड़ाये
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की स्थानीय शाखा से जुड़े उपभोक्ता लगातार ठगी का शिकार हो रहे हैं।
मनेर (पटना)। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की स्थानीय शाखा से जुड़े उपभोक्ता लगातार ठगी का शिकार बन रहे हैं। इस बार बैंक के एक खाता धारक के 4.10 लाख रुपये गायब होने का मामला सामने आया है। पीड़ित पिंटू कुमार मनेर नगर पंचायत के मोहनपुर निवासी राजेश्वर सिंह का पुत्र है। पिंटू ने बताया कि तीन दिन पहले वह रुपये निकासी के लिए एटीएम गया तो उसके खाते में महज 50 रुपये ही बचे थे। पीड़ित के मुताबिक उसके खाते में 3.69 लाख रुपये थे। उनके खाते से दो लाख 20 हजार रुपये पाच लोगों के नाम से ट्रासफर किए गए हैं। बाकी रुपये एटीएम से निकाले गए हैं। इस बाबत पड़ताल कर पिंटू ने एक खाता धारक के बारे में जानकारी हासिल कर संपर्क भी किया। बाका के एक खाताधारक ने उसे बताया कि उसके खाते में रुपये आये और किसी ने निकाल भी लिये। गौरतलब है कि तीन दिनों पहले मोहनपुर के ही निर्मल कुमार के एसबीआइ खाते से 32 हजार रुपये गायब हो गए थे। इसके अलावा पिछले कुछ महीनों में लगातार इस बैंक के ग्राहक ठगी का शिकार हुए हैं। दो बैंक खातों से 86 हजार रुपयों की ठगी
बिहटा। बिहटा में इन दिनों बैंक खातों से ठगी के जरिए रुपये निकालने की वारदात बढ़ती जा रही है। बैंक ग्राहक को फोन कर पिन पूछने से लेकर कार्ड क्लोन करने तक का तरीका ठग अपना रहे हैं। लगातार हो रही वारदात से स्थानीय प्रशासन हतप्रभ है वही बैंक के ग्राहक काफी भयभीत हो गये हैं। शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक के दो ग्राहकों के खातों से अपराधियों ने करीब 86 हजार रुपये निकाल लिये। इस संबंध में आनंदपुर निवासी धर्मेद्र कुमार और सिमरी निवासी संजीत कुमार ने बिहटा थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ लिखित आवेदन देकर गुहार लगाई है। बिहटा पुलिस बैंक के अधिकारी से संपर्क कर खाते को फ्रिज करवाने के बाद मामले की छानबीन कर रही है। इस संबंध में धर्मेद्र कुमार ने बताया कि कुछ दिनों पहले उन्होंने एटीएम से रुपये निकाले थे। इसी बीच शुक्रवार को उनके खाते से रुपये निकालने के मैसेज आने लगे। जब तक वह बैंक पहुंच कर खाते को होल्ड करवाते, तबतक अपराधियों ने 58 हजार 500 रुपये निकाल लिये थे। वही संजीत कुमार के मुताबिक चार दिन पहले उनका रुपया एटीएम में फंस गया था। इसकी शिकायत उन्होंने बैंक से की थी। अपराधियों ने उन्हें फोन कर एटीएम में फंसे रुपये एडजस्ट करने में मदद की पेशकश की। इसी बहाने में उन्हें झांसे में लेकर पिन कोड पूछ लिया और इसके बाद करीब 36 हजार रुपये निकाल लिये।
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