बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लिया मुकेश सहनी का पक्ष, कहा- हद हो गई राजनीति की
भाई से सरकारी कार्यक्रम का उद्घाटन कराकर विवादों में आए विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और मत्स्य एवं पशु संसाधन मंत्री मुकेश सहनी को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का समर्थन मिला है। जानें क्या कहा मांझी ने।
राज्य ब्यूरो, पटना: भाई से सरकारी कार्यक्रम का उद्घाटन कराकर विवादों में आए विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और मत्स्य एवं पशु संसाधन मंत्री मुकेश सहनी को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का समर्थन मिला है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, 'हद हो गई राजनीति की। कोई मछली बेचने वाले निषाद परिवार का बच्चा अपनी मेहनत से मंत्री बन गया तो सूबे के तथाकथित राज परिवार के लोगों के पेट में दर्द होने लगा है। मंत्री होकर भी अपनी गलती के लिए माफी मांगने वाले सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी तारीफ के काबिल हैं। पूरा बिहार सन ऑफ मल्लाह के साथ है।
जान बूझकर अपने भाई को नहीं भेजा था: मुख्यमंत्री
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी के बारे शनिवार को कहा कि उन्होंने जानबूझकर अपनी जगह अपने भाई को सरकारी कार्यक्रम में नहीं भेजा था। उन्हें आइडिया नहीं था और उन्होंने अपन गलती को स्वीकार भी कर लिया है। इस बात को अब आगे बढ़ाने की आवश्यकता नहीं। मंत्री ने तो इसके लिए खेद भी प्रकट कर दिया है। टीपीएस कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम से लौटने के क्रम में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इस प्रकरण की कोई जानकारी नहीं थी। विधानसभा में जब लोग बोल रहे थे तब मुझे मालूम हो। मैैंने पूरी जानकारी ली। मैैंने सहनी से पूरे प्रकरण के बारे में पूछा। वह पहली बार मंत्री बने हैैं। इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
मंत्री ने भाई से करा दिया था योजना का उद्घाटन
बता दें कि बिहार के हाजीपुर में बुधवार को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की योजना का उद्घाटन मंत्री मुकेश सहनी के बदले उनके भाई ने कर दिया था। इस दौरान मंत्री के भाई को सरकारी प्रोटोकॉल भी दिया गया था। इसको लेकर बिहार विधानमंडल में भारी हंगामा हुआ था। हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी हस्तक्षेप करना पड़ा था। मुख्यमंत्री ने मुकेश सहनी को तलब किया था।