BPSC की बड़ी पहल: एक्सपर्ट घर बैठे लेंगे इंटरव्यू, अपने जिले में ऑनलाइन इंटरव्यू देंगे अभ्यर्थी
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने लॉकडाउन में सिविल सेवा परीक्षा का इंटरव्यू लेने का फॉर्मूला तैयार किया है। एक्सपर्ट घर में बैठे अभ्यर्थियों का ऑनलाइन इंटरव्यू लेंगे।
जयशंकर बिहारी, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन जैसी स्थिति में सिविल सेवा परीक्षा का इंटरव्यू जारी रखने का फॉर्मूला तैयार किया है। इसके अनुसार एक्सपर्ट अपने घर में बैठे-बैठे ही अभ्यर्थियों का इंटरव्यू ले सकेंगे। साथ ही अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए आयोग कार्यालय आने की जरूरत नहीं होगी। वह अपने संबंधित जिले में रहकर भी इंटरव्यू दे सकेंगे।
बनेगा देश का पहला आयोग
सिविल सेवा परीक्षा का ऑनलाइन इंटरव्यू संचालित करने की पहल करने वाला बीपीएससी देश का पहला आयोग है। बीपीएससी अध्यक्ष शिशिर सिन्हा ने बताया कि ऑनलाइन इंटरव्यू की गोपनीयता से जुड़े पहलुओं पर विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है। देश में सिविल सेवा की परीक्षा आयोजित करने वाले कई आयोग भी इस पहल में रुचि दिखा रहे हैं। पूरी प्रक्रिया का फॉर्मेट तैयार है। सामान्य और लॉकडाउन जैसी दोनों ही स्थिति में ऑनलाइन इंटरव्यू का संचालन किया जा सकेगा। इसमें बिहार सरकार के आइटी डिपार्टमेंट का भी सहयोग लिया जा रहा है।
एनआइसी सेंटर में बैठ इंटरव्यू देंगे अभ्यर्थी
कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन की स्थिति में सभी अभ्यर्थियों को आयोग कार्यालय नहीं बुलाया जाएगा। अभ्यर्थियों की सुविधा के अनुसार देश के प्रमुख शहरों में स्थित एनआइसी सेंटर को इंटरव्यू के लिए केंद्र बनाया जाएगा। कदाचार की सभी संभावनाओं को खत्म करने के लिए कई चरणों में कार्रवाई की जाएगी। पारदर्शिता, गोपनीयता आदि की जिम्मेवारी आयोग द्वारा आवंटित वरीय सरकारी अधिकारियों पर होगी। आयोग के अध्यक्ष व तीन विशेषज्ञ विभिन्न शहरों से जुड़ेंगे। इंटरव्यू में जुडऩे के लिए विशेषज्ञों को अंतिम समय में कोड उपलब्ध कराया जाएगा। वह किस सेंटर में बैठे अभ्यर्थी का साक्षात्कार ले रहे हैं, इसकी जानकारी अध्यक्ष समेत किसी विशेषज्ञ को नहीं होगी। अभ्यर्थियों के नाम व अन्य जानकारी विशेषज्ञों के पास नहीं होगी। कोड के अनुसार ही वह मार्किंग करेंगे। वहीं, माहौल सामान्य होने पर अभ्यर्थियों को आयोग कार्यालय में बने ऑनलाइन सेंटर में आना होगा। जबकि विशेषज्ञ अपने-अपने शहर में ही रहेंगे।
लाखों की होगी बचत, विशेषज्ञों का दायरा बढ़ेगा
आयोग के अधिकारियों के अनुसार साक्षात्कार के लिए विशेषज्ञ देश के कोने-कोने से बुलाए जाते हैं। उनके आने-जाने और आवासन में लाखों रुपये खर्च होते हैं। ऑनलाइन साक्षात्कार होने की स्थिति में इस मद में खर्च शून्य हो जाएगा। इसके साथ ही कई विशेषज्ञ समय के अभाव में असमर्थता जाहिर कर देते हैं। लेकिन, ऑनलाइन साक्षात्कार के लिए चंद घंटे का समय घर बैठे निकालना किसी के लिए भी असहज नहीं होगा। इससे विशेषज्ञों का दायरा काफी बढ़ जाएगा।