प्रेमी से खुलकर नहीं मिलने देती थी भाभी, ननद ने बेटे के सामने काट डाली गर्दन
प्रेमी से मिलने पर भाभी डांटती रहती थी तो ननद ने एक खतरनाक कदम उठाया और भतीजे के सामने ही प्रेमी के साथ मिलकर गंड़ासे से भाभी का गला काट दिया और फरार हो गई।
पटना [जेएनएन]। प्रेमी से मिलने पर रोक टोक से नाराज ननद ने प्रेमी को बुलाया और प्लान बनाकर अपने भतीजे के सामने धारदार हथियार से भाभी का गला काटकर धड़ से अलग कर दिया और शव को छोड़कर दोनों फरार हो गए। पुलिस दोनों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
घटना बिहार के गया के ताज कॉलोनी में बुधवार शाम को घटी। खुशी को उसकी भाभी प्रेमी से मिलने पर रोकती थी, एेसे में उसने प्रेमी से मिलकर खतरनाक साजिश रची और एक दिन प्रेमी के आने के बाद खुशी ने भाभी को बुलाया और दोनों ने उसे पकड़ लिया और उसका मुंह बंद कर दिया।
जब वह छटपटाने लगी तो खुशी ने उसे बेड पर पटका फिर दाब (धारदार हथियार) से उसके गले पर दोनों मिलकर वार करने लगे। उनसे बचने के लिए आशा ने काफी कोशिश की, लेकिन दोनों ने उसके गर्दन पर तब तक वार किया गया जब तक सिर धर से अलग न हो गया।
हत्या की वारदात को आशा देवी के डेढ़ साल के बेटे ने देख लिया था। आशा की हत्या के बाद खुशी और उसका प्रेमी बाथरूम गए और खून के निशान साफ किया। दोनों ने खून से सने कपड़े बाथरूम में ही छोड़ दिए और घर से भाग गए।
घटना की जानकारी मिलने के बाद गुरुवार को एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और हत्या से जुड़े सैंपल कलेक्ट किए। आशा की सास शकुंतला ने बेटे की शादी के समय की वह तस्वीर भी पुलिस को दी, जिसमें खुशी का प्रेमी भी है।
पुलिस खुशी और उसके प्रेमी की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस संबंध में डीएसपी आलोक कुमार सिंह ने कहा कि आरोपियों की तलाश में सघन छापेमारी की जा रही है।
ननद भाभी में आए दिन होता था झगड़ा
खुशी अपने कॉलेज के एक लड़के से प्यार करती थी। प्रेमी से मिलने के मामले में ननद और भाई के बीच आए दिन झगड़ा होता था। बुधवार शाम को भी इसी मुद्दे पर दोनों एक बार फिर झगड़ पड़े। खुशी को मंजूर न था कि भाभी उसे अपने प्रेमी से मिलने से रोके। उसने भाभी को अपने प्यार के रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया।
अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए खुशी ने रात में कॉल कर प्रेमी को घर बुलाया। खुशी का भाई काम के लिए शहर से बाहर रहता था और उसदिन मां भी घर पर नहीं थी। घर में आशा देवी और उसका डेढ़ साल का बच्चा की था।
आशा अपने बेडरूम में सो रही थी तभी खुशी प्रेमी के साथ अंदर आई और दोनों ने उसपर हमला कर दिया। मां आशा देवी पर हमला देख डेढ़ साल का बच्चा रोता रहा। पास में बन रहे दूसरे घर पर गई आशा की सास को जब पड़ोसियों ने उसके घर चीखने की आवाज आने की सूचना दी तो वह आई।
शकुंतला घर पहुंची तो देखा कि खून से लथपथ बहू का शव बेड पर पड़ा है। बच्चे ने दादी को इशारे से मां की हत्या किसने और कैसे की यह बताई। सूचना मिलने पर आई पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।