दो लोगों की नासमझी से खतरे में बाढ़ अनुमंडल
कोरोना के हॉटस्पॉट दिल्ली से गत छह मई को आने के बाद सीधे गांव पहुंचे दो प्रवासियों ने पूरे गांव को खतरे में डाल दिया।
पटना। कोरोना के हॉटस्पॉट दिल्ली से गत छह मई को आने के बाद सीधे गांव पहुंचे दो प्रवासियों ने पूरे बाढ़ अनुमंडल को खतरे में डाल दिया है। इन दोनों के कारण अबतक ढकवाहाचक गाव के 13 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इससे सटे मंगलचक और दयालचक गाव के लोगों को भी संक्रमण का खतरा सता रहा है क्योंकि दिल्ली से आए दोनों प्रवासियों के संपर्क में वहां के भी कई लोग आए थे।
अनुमंडल अस्पताल अनुसार ढकवाहाचक गाव में छह मई को दिल्ली से आए दो लोग क्वारंटाइन सेंटर की बजाय जाकर गांवों में रहने लगे थे। ग्रामीणों के समझाने पर कई दिन बाद दोनों जाच कराने अनुमंडल अस्पताल पहुंचे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हड़कंप मच गया। संपर्क में आए लोगों की जाच कराई गई तो उसमें से 11 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में सोमवार की देर शाम तक संक्रमित मरीजों की संख्या 29 पहुंच गई है। सोमवार को भी एएनएस कॉलेज में आशंकित लोगों का नमूना लिया गया।
अथमलगोला के एक गांव में मिले 16 संक्रमित
अथमलगोला : प्रखंड के मेउरा गांव से 16 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। यहां के क्वारंटाइन सेंटर में 90 लोग ठहराए गए थे। दो पॉजिटिव मरीज बाढ़ के आइसोलेशन वार्ड में इलाजरत हैं। वहीं रविवार को मिले चौदह संक्रमितों को पटना भेजा जाएगा। इससे ग्रामीणों के बीच डर का माहौल है। बताते चलें कि गुजरात के सूरत से पांच मई को 60 लोग ट्रक से गांव आए थे। रात में उन्हें गांव के विद्यालय में रोकने के बाद मुखिया अशोक चौधरी ने प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर भिजवाया था।