बाढ़ से बिहार के 21 जिलों में भारी तबाही, राहत-बचाव कार्य तेज
बिहार के 21 जिलों में बाढ़ का कहर जारी है। अबतक बाढ़ के पानी में डूबकर 100 लोगों की मौत की खबर है लेकिन प्रशासन ने 61 मौत की पुष्टि की है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
पटना [जेएनएन]। बिहार में बाढ़ की स्थिति विकराल होती जा रही है। उत्तरी बिहार और सीमांचल कई जिले बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं। राज्य के 21 जिलों में बाढ़ से भारी तबाही मची है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार की मदद से बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है।
राज्य में अबतक बाढ़ के पानी में डूबकर लगभग 100 लोगों की मौत हो गई है, लेकिन प्रशासन ने अबतक 58 लोगों की मौत की पुष्टि की है। सूबे की लगभग 70 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में हो रही बारिश की वजह से राहत और बचाव कार्य में दिक्कत हो रही है।
56 deaths so far;Heavy rain in Bettiah&Motihari,relief material not air dropped due to bad weather:Principal secy,Disaster Mgmt #BiharFloods pic.twitter.com/sSvgiNJYsO
— ANI (@ANI) August 16, 2017
उन्होंने बताया कि खराब मौसम की वजह से राहत की सामग्री वितरित करने में राहत और बचाव में लगी टीम को परेशानी आ रही है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की टीम बेतिया में कार्य रही हैं, यहां की हालत खराब हो रही है। हमलोगों ने चार और टीमें मंगाई हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी आज सुबह बाढ़ प्रभावित जिलों के हवाई सर्वेक्षण के लिए निकले। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ ही सेना के जवान भी राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। आज हम पश्चिमी चंपारण के बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे करेंगे।
Teams of NDRF,SDRF & Army working on war footing. We'll conduct aerial survey of Valmiki Nagar,West Champaran: Bihar Deputy CM #BiharFloodspic.twitter.com/hNpyYTLC3k
— ANI (@ANI) August 16, 2017
अबतक मिले आंकड़ों के मुताबिक इन जिलों में हुई मौत
आपदा प्रबंधन विभाग की मानें तो प्रदेश के 13 जिले - किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल एवं मधेपुरा बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ के कारण अररिया में सबसे अधिक 20 लोगों की मौत हुई है।
-अररिया में बाढ़ के पानी में डूबने से बीस लोगों की मौत हो चुकी है
-किशनगंज में बाढ़ में डूबकर पांच लोगों की मौत हो गयी है
-पूर्वी चंपारण में तीन, पश्चिम चंपारण में चार लोगों की मौत हो गयी है
-दरभंगा में तीन, सीतामढ़ी में सात और मधुबनी में दो की मौत हो गयी है
पूर्णिया में चार बच्चों के डूबकर मरने की खबर है, जिसमें दो के शव निकाले गए हैं
-सुपौल में बाढ़ की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई
-कटिहार में बाढ़ के पानी में डूबने से भाई-बहन की मौत की खबर है
राहत-बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी
बाढ़ के कारण इन 13 जिलों के 98 प्रखंड और 1070 पंचायत प्रभावित हुए हैं। कुल 69.41 लाख आबादी प्रभावित हुई है। बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित निकालने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। अब तक 2,48,140 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
343 राहत शिविरों में 93,149 लोग शरण लिए हुए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में युद्ध स्तर पर राहत बचाव के लिए एनडीआरएफ की 22 टीम जिसमें 949 जवान एवं 100 नौका, एसडीआरएफ की 15 टीम जिसमें 421 जवान और 82 नौका, सेना की चार टुकड़ियों के कुल 300 जवान को 40 नौकाओं के साथ हैं।