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नेपाल में बारिश-बिहार में बाढ़: सारण-गोपालगंज में बिगड़े हालात, लखीसराय में हजारों एकड़ फसल नष्‍ट

नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण बिहार की बाढ़ के हालात हैं। दर्जनों गांवों व कई जगह शहरी क्षत्रों में पानी प्रवेश कर गया है। लोग भय भय के साए में जी रहे हैं।

By Amit AlokEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 09:41 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 10:12 PM (IST)
नेपाल में बारिश-बिहार में बाढ़: सारण-गोपालगंज में बिगड़े हालात, लखीसराय में हजारों एकड़ फसल नष्‍ट
नेपाल में बारिश-बिहार में बाढ़: सारण-गोपालगंज में बिगड़े हालात, लखीसराय में हजारों एकड़ फसल नष्‍ट

पटना [जागरण टीम]। बिहार की नदियां फिर उफान पर हैं। नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण कोसी-सीमांचल की नदियों में पानी बढ़ गया है। दर्जनों गांवों में नदियों का बढ़ा हुआ पानी प्रवेश कर चुका है। इस कारण लोग माल-मवेशियों के साथ पलायन करने लगे हैं। उधर, सारण, गोपालगंज और लखीसराय में हालात बिगड़ते दिख रहे हैं। सारण जिला मुख्‍यालय छपरा (Chapra) में गंगा का पानी घुस गया है तो गोपालगंज (Gopalganj) के कई इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है।

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छपरा व गोपालगंज में घुसा बाढ़ का पानी

गंगा के पानी में लगातार वृद्धि के कारण छपरा में तबाही मचनी शुरू है। शहर में बाढ़ का पानी (Flood) घुस गया है। रूपगंज मोहल्ले में पानी सड़क पर बह रहा है। बढ़ते जल-स्‍तर के कारण कई अन्‍य इलाको के लोग भी भय में हैं। उधर, निकटवर्ती गोपालगंज के सदर प्रखंड के एक दर्जन गांवों में गंडक का पानी घुसने के कारण उनका संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। गोपालगंज के रामनगर, मलाही, जगरी टोला, ख्वाजेपुर, खाप, मकसूदपुर, डोमाहता, मझारिया, सेमराही आदि अनेक गांव बाढ़ से घिर गए हैं।

लखीसराय में सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद

गंगा के जल-स्तर वृद्धि के कारण लखीसराय के पिपरिया प्रखंड में हजारों एकड़ में लगी मकई व सोयाबीन की फसलें नष्ट  हो गईं हैं। इसके बाद पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है। सड़कों पर भी पानी बह रहा है।

खगडिय़ा में कोसी, गंगा और बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से ऊपर

खगडिय़ा में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ नियंत्रण अंचल कार्यालय खगडिय़ा और केंद्रीय जल आयोग कोसी उपमंडल, बेगूसराय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बूढ़ी गंडक खगडिय़ा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जलस्तर में वृद्धि की संभावना है। खगडिय़ा में गंगा भी बढ़ रही है। तटबंध के भीतरी इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है।

इलाहाबाद से लेकर खगडिय़ा तक बढ़ रही है गंगा

गंगा के जलस्तर में अभी और वृद्धि होगी। गंगा इलाहाबाद से लेकर खगडिय़ा तक बढ़ रही है। वह गांधीघाट, बक्सर, हाथीदह, मुंगेर और खारा धार स्लूईस खगडिय़ा में खतरे के निशान से ऊपर है।

मुजफ्फरपुर बागमती का बढ़ा जलस्तर, निचले इलाकों में पानी

बागमती नदी के जलग्रहण क्षेत्र में पिछले दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश से जलस्तर में अचानक वृद्धि हो गई है। इससे बागमती परियोजना उत्तरी और दक्षिणी बांध के बीच के निचले हिस्सों में पानी फैलना शुरू हो गया है।

बक्सर-वाराणसी मार्ग बंद होने का खतरा

गंगा के दबाव से कर्मनाशा भी उफान पर है। बुधवार की सुबह कर्मनाशा नदी में पानी बढऩे से चौसा-मोहनिया पथ पर पानी चढ़ गया। इस कारण बक्सर-वाराणसी मार्ग के बंद होने का खतरा मंडराने लगा है। पानी बढऩे से बनारपुर में जहां कई घरों और गलियों में बाढ़ का पानी घुस गया, वहीं कई गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है।


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