बिहार में गहराया बाढ़ का संकट, कई जगह बांध टूटे, शहरों में भी घुसा पानी
बिहार में हो रही लगातार बारिश के कारण कई नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इससे कई जगह बांध टूट गये हैं। राज्य के कई इलाकों में बाढ़ का संकट गहराने लगा है।
पटना [जेएनएन]। नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र तथा बिहार में हो रही बारिश से बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है कोसी सहित कई नदियों में जल स्तर बढ़ रहा है। कई जगह बांध टूट गए हैं। गांवों से लेकर शहरों तक में पानी घुस गया है।
पुनपुन के जलस्तर में बढोतरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्रीय जल आयोग से मिली रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को सुबह छह बजे पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन का जलस्तर खतरे के निशान से 161 सेमी ऊपर था। इसके जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
गंडक नदी के जलस्तर के बारे में यह जानकारी दी गई कि आज सुबह छह बजे डुमरियाघाट में यह खतरे के निशान से 28 सेंटीमीटर ऊपर थी। बेनीबाद में बागमती का जलस्तर सुबह छह बजे खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर था। वैसे इसके जलस्तर में बुधवार को सुबह छह बजे तक 88 सेमी कमी होने की संभावना है।
गंगा नदी का जलस्तर पटना के गांधी घाट में सुबह छह बजे खतरे के निशान से 107 सेमी नीचे था। वहीं इसके जलस्तर में बुधवार सुबह आठ बजे तक 13 सेमी वृद्धि की संभावना है। कोसी नदी का जलस्तर बसुआ में खतरे के निशान से तीन सेमी ऊपर था। कमला बलान का जलस्तर सुबह आठ बजे झंझारपुर में खतरे के निशान से 64 सेमी नीचे था।
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कोसी का डिस्चार्ज कम हुआ
कोसी का डिस्चार्ज मंगलवार को सोमवार को अपेक्षाकृत कम हो गया। बराह में कोसी का डिस्चार्ज सोमवार को इस मौसम में सर्वाधिक 181950 क्यूसेक पर पहुंच गया था। मंगलवार को यह 161000 क्यूसेक पर आ गया। वीरपुर में सात अगस्त को कोसी का डिस्चार्ज 213160 क्यूसेक था। मंगलवार को यह घटकर 191615 क्यूसेक पर आ गया।
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