Bihar News: लॉकडाउन में मामा-भांजा गैंग का उद्भेदन, बाहर निकलते ही पांच शूटर गिरफ्तार
लॉकडाउन में अपराधियों की कमर टूट गई है। पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए पांच शूटरों को गिरफ्तार किया है। उनकी कई मामले में तलाश की जा रही थी।
पटना, जेएनएन। पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र के मथनीतल में बाबा ज्वेलर्स के मालिक से जेल से रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी नहीं देने पर 13 मार्च को ज्वेलर्स मालिक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में साजिश रचने और लाइनर सहित अन्य पांच को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन पांच शूटर सहित सात अपराधी फरार थे। पुलिस इनकी तलाश में जुटी थी। इस सिलसिले में पुलिस ने पांच शूटरों को गिरफ्तार करते हुए माम-भांजा गैंग का उद्भेदन किया है।
मंगलवार को सूचना मिली कि हत्याकांड में शामिल पांचों शूटर अगमकुआं के ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रक चालकों से लूट की योजना बना रहे हैं। पुलिस ने जाल बिछाया और जैसे ही पांच शूटर ट्रांसपोर्ट नगर के पास पहुंचे, उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सभी ने बताया कि लॉकडाउन में उनके पास रुपए खत्म हो गए थे। इसकी वजह से सभी ट्रक चालकों से लूटपाट करने की फिराक में थे।
गिरफ्तार शूटरों में बहादुरपुर का विनोद, चौक का नीरज चौधरी, मालसलामी का शिवशंकर कुमार उर्फ रेहांस और मनीष जायसवाल व अगमकुआं का अरविंद कुमार शामिल हैं। इनके पास से हत्या में इस्तेमाल दो पिस्टल, तीन बाइक और दो मैगजीन भी बरामद किया गया है। इनके दो साथी फरार हैं।
भांजा है सरगना, मामा देता सैलरी
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि हत्याकांड में पुलिस ने पहले साजिशकर्ता, बम और वाहन उपलब्ध कराने वाले गौरी कुमार, निलेश, अमित कुमार, सोनू कुमार को गिरफ्तार किया था। तब पूछताछ में पता चला कि जेल में बंद सागर ने ही ज्वेलर्स मालिक से दो लाख की रंगदारी मांगी थी। वहीं गिरोह का सरगना भी है। सागर के गिरोह के लोगों को उसका मामा विनोद हर महीने दो-दो हजार रुपए सैलरी देता था। विनोद सहित छह शूटरों का नाम पुलिस का बता दिया। गिरफ्तार नीरज सहित अन्य शूटर रंगदारी के लिए स्वर्ण कारोबारियों को धमकाते थे। पूर्व में लक्ष्मी ज्वेलर्स पर भी बमबारी, गायत्री ज्वेलर्स डकैती, राहुल जैकर हत्याकांड, गोलू आर्मी गोलीकांड में भी शामिल थे।