आतंकियों का खुलासा, बिहार में छिपे हैं हमारे पांच और बांग्लादेशी साथी, जानें
बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमीयत उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) और इस्लामिक स्टेट बांग्लादेश से जुड़े दोनों आतंकिकें ने पूछताछ में महत्वपूर्ण खुलासे किए हैैं।
By Edited By: Published: Mon, 01 Apr 2019 11:30 PM (IST)Updated: Tue, 02 Apr 2019 08:34 AM (IST)
डॉ. कौशलेंद्र कुमार। एक कनूलनामें से सुरक्षा विभाग सकते में है। बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमीयत उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) और इस्लामिक स्टेट बांग्लादेश (आइएसबीडी) से जुड़े आतंकी खैरुल मंडल, अबू सुल्तान और शरियत मंडल ने पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सुरक्षा एजेंसियों और एटीएस को दी है। सूत्रों की मानें तो आतंकियों ने कबूल किया है कि राज्य में पांच और बांग्लादेशी आतंकी छिपे हुए हैं।
इस जानकारी के बाद सुरक्षा एजेंसिया और एटीएस उनकी तलाश में छापेमारी शुरू कर चुकी हैं। राज्य के सीमावर्ती इलाकों में कई जगहों पर छापे मारे गए हैं। किशनगंज, अररिया और मधुबनी का इलाका एटीएस के निशाने पर है। तीनों आतंकियों से कई महत्वणूर्ण सूचनाएं हाथ लगी हैं। वहीं तेलंगाना की क्राइम इंवेस्टीगेशन टीम और बंगाल एटीएस भी तीनों से पूछताछ करने में जुटी है।
अलग-अलग और एक साथ ली जानकारी
पहले तीनों आतंकियों से अलग -अलग पूछताछ की गई। फिर एक को दूसरे के साथ बैठाया गया। फिर तीनों से एक साथ पूछताछ शुरू की जा रही है। शुरू में तीनों जांच एजेंसियों और एटीएस के सवालों का सीधा जवाब नहीं दे रहे थे। जब सख्ती से पूछताछ हुई और सबूतों को उनके सामने रखा गया तो उनके रुख में नरमी आ गई। इसके बाद उनसे काफी अहम जानकारी मिली। मिले इनपुट के आधार पर एटीएस और जांच एजेंसियां आगे की कार्रवाई में जुट गई हैं। चूंकि मामला काफी संवेदनशील और सुरक्षा से जुड़ा है लिहाजा जांच एजेंसियां फूंक-फूंककर कदम रख रही हैं।
पटना जंक्शन से दबोचे गए थे आतंकी
गौरतलब है कि सुरक्षा एजेंसियों की गुप्त सूचना पर बिहार एटीएस ने 25 मार्च को पटना जंक्शन के पास से आतंकी अबू सुल्तान और खैरुल मंडल को धर दबोचा था। पूछताछ के बाद उनसे मिले इनपुट के बाद एटीएस ने महाराष्ट्र के पुणे से आतंकी शरियत मंडल को गिरफ्तार किया था। उसके पास से दो मोबाइल, एक मेमोरी कार्ड और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए थे। वहीं अबू सुल्तान और खैरुल के पास से मोबाइल के अलावा भारत का फर्जी वोटर आई कार्ड, पैन कार्ड, रेल और बस टिकट मिला था। इन्होंने पूछताछ में कबूल किया था कि उनलोगों के निशाने पर पीएम मोदी हैं। वे लोग लोकसभा चुनाव के दौरान होने वाले मोदी की सभा की रेकी कर आतंकी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। इसके लिए उनलोगों ने काफी पहले से ही प्लानिंग कर रखी थी। एटीएस इन तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
आइएसआइएस मुहैया कराता है धन
अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार भारत में आतंकी गतिविधियों को चलाने के लिए आइएसआइएस धन मुहैया करा रहा है। यह हवाला के माध्यम से इन तक पहुंचती थी। सुरक्षा एजेंसियां यहां मौजूद इनके मददगार की तलाश कर रही हैं।
इस जानकारी के बाद सुरक्षा एजेंसिया और एटीएस उनकी तलाश में छापेमारी शुरू कर चुकी हैं। राज्य के सीमावर्ती इलाकों में कई जगहों पर छापे मारे गए हैं। किशनगंज, अररिया और मधुबनी का इलाका एटीएस के निशाने पर है। तीनों आतंकियों से कई महत्वणूर्ण सूचनाएं हाथ लगी हैं। वहीं तेलंगाना की क्राइम इंवेस्टीगेशन टीम और बंगाल एटीएस भी तीनों से पूछताछ करने में जुटी है।
अलग-अलग और एक साथ ली जानकारी
पहले तीनों आतंकियों से अलग -अलग पूछताछ की गई। फिर एक को दूसरे के साथ बैठाया गया। फिर तीनों से एक साथ पूछताछ शुरू की जा रही है। शुरू में तीनों जांच एजेंसियों और एटीएस के सवालों का सीधा जवाब नहीं दे रहे थे। जब सख्ती से पूछताछ हुई और सबूतों को उनके सामने रखा गया तो उनके रुख में नरमी आ गई। इसके बाद उनसे काफी अहम जानकारी मिली। मिले इनपुट के आधार पर एटीएस और जांच एजेंसियां आगे की कार्रवाई में जुट गई हैं। चूंकि मामला काफी संवेदनशील और सुरक्षा से जुड़ा है लिहाजा जांच एजेंसियां फूंक-फूंककर कदम रख रही हैं।
पटना जंक्शन से दबोचे गए थे आतंकी
गौरतलब है कि सुरक्षा एजेंसियों की गुप्त सूचना पर बिहार एटीएस ने 25 मार्च को पटना जंक्शन के पास से आतंकी अबू सुल्तान और खैरुल मंडल को धर दबोचा था। पूछताछ के बाद उनसे मिले इनपुट के बाद एटीएस ने महाराष्ट्र के पुणे से आतंकी शरियत मंडल को गिरफ्तार किया था। उसके पास से दो मोबाइल, एक मेमोरी कार्ड और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए थे। वहीं अबू सुल्तान और खैरुल के पास से मोबाइल के अलावा भारत का फर्जी वोटर आई कार्ड, पैन कार्ड, रेल और बस टिकट मिला था। इन्होंने पूछताछ में कबूल किया था कि उनलोगों के निशाने पर पीएम मोदी हैं। वे लोग लोकसभा चुनाव के दौरान होने वाले मोदी की सभा की रेकी कर आतंकी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। इसके लिए उनलोगों ने काफी पहले से ही प्लानिंग कर रखी थी। एटीएस इन तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
आइएसआइएस मुहैया कराता है धन
अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार भारत में आतंकी गतिविधियों को चलाने के लिए आइएसआइएस धन मुहैया करा रहा है। यह हवाला के माध्यम से इन तक पहुंचती थी। सुरक्षा एजेंसियां यहां मौजूद इनके मददगार की तलाश कर रही हैं।
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