जागरण संवाददाता, पटना। सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान असमाजिक तत्वों की फायरिंग में एक छात्र की मौत हो गई। हैरानी की बात है कि विसर्जन जुलूस में देसी कट्टे से फायरिंग की जा रही थी, जबकि जुलूस में पुलिस पीछे-पीछे साथ चल रही थी।
सैदपुर हॉस्टल से प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए जुलूस निकला था। जुलूस जब जा रहा था, तब जाम लग गया। इसी बीच कुछ असामाजिक तत्व भीड़ में घुस आए और देसी कट्टे से हर्ष फायरिंग करने लगे। इसी बीच एसएसपी कार्यालय के बाहर एक छात्र की गोली लगने से मौत हो गई।
घटना के बाद फायरिंग करने वाले मौके से फरार हो गए। मृतक की पहचान जहानाबाद जिले के पोखवां गांव के धीरज कुमार (23 साल) के रूप में हुई। एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है। पुलिस गोली उर्फ भोलू की तलाश में छापेमारी कर रही है।
बता दें कि सैदपुर हॉस्टल की प्रतिमा का विसर्जन दीघा स्थित गंगा घाट में किया जाना था। पहले हुई घटनाओं से आशंकित पुलिस को भी जुलूस में लगाया गया था। जुलूस मैकडोवल गोलंबर, वैशाली गोलंबर, दिनकर चौक, नाला रोड, ठाकुरबाड़ी रोड, बाकरगंज होते हुए कारिगल चौक पहुंचा।
एसएसपी ऑफिस के सामने लगी गोली
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जैसे ही जुलूस एसएसपी कार्यालय के समीप पहुंचा कि जाम लग गया। कुछ उपद्रवी कट्टे में गोली भर रहे थे, जबकि राहगीर प्रतिमा बढ़ाने की मांग करने लगे। पुलिस राहगीरों की सहायता के लिए रास्ता खाली करा रही थी, तभी गोलू ने हवाई फायरिंग की। उसके हाथ में जोरदार झटका लगा, जिससे कट्टे की नाल के सामने खड़े धीरज को सीने में गोली लग गई।
गोली लगते ही धीरज लहूलुहान हालत में गिर पड़ा। उसे ऑटो में उसके साथी पीएमसीएच लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उसे साथ लेकर गए छह में चार युवक भाग निकले। बताया जा रहा है कि गोलू भी धीरज के साथ अस्पताल गया था। कुछ दिन पहले बहादुरपुर थाने की पुलिस ने जबरन चंदा वसूलने की शिकायत मिलने पर सैदपुर हास्टल में छापेमारी भी की थी। वहां से दो को गिरफ्तार किया गया था और 13 पूर्ववती छात्र प्राथमिकी में नामजद किए गए थे।
एनआइटी के पास एक अन्य जुलूस में बमबाजी
उधर, एनआइटी के पास पीरबहोर थाना क्षेत्र के एक हॉस्टल के विसर्जन जुलूस के दौरान बमबाजी की बात सामने आ रही है। बम के छींटे लगने से कुछ लोग घायल भी हुए हैं। हालांकि, प्राथमिकी नहीं हुई है।