एक आइएएस और दो आइपीएस अफसरों के लिए शुभ साबित नहींं हुई ज्ञान और मोक्ष की भूमि, कार्रवाई शुरू
गया में डीएम का पद संभाल चुके अभिषेक कुमार सिंह पर भ्रष्टाचार के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं आइजी रह चुके अमित लोढ़ा ओर एसएसपी आदित्य कुमार भी कार्रवाई की जद में आ गए हैं। इनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही चलेगी।
पटना, राज्य ब्यूरो। गया में तैनात रहे तीन अफसरों पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी है। विशेष निगरानी इकाई ने सरकार की मंजूरी मिलते ही गया के पूर्व जिलाधिकारी (डीएम) अभिषेक कुमार सिंह पर भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में एफआईआर दर्ज की है। वहीं गया के पूर्व आइजी अमित लोढ़ा और पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार पर भी विभागीय कार्यवाही चलेगी। राज्य सरकार की सहमति के बाद इसकी कवायद शुरू हो गई है।
खुले हाथ से बांटा हथियारों का लाइसेंस
त्रिपुरा कैडर के आइएएस अधिकारी अभिषेक कुमार सिंह बुडको के एमडी भी रह चुके हैं। उन पर गया के डीएम रहने के दौरान भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। अभिषेक कुमार सिंह जब गया के जिलाधिकारी थे उस वक्त उन पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे थे। डीएम के आवासीय परिसर में बड़े पैमाने पर कीमती वृक्षों की अवैध तरीके से कटाई के आरोप भी अभिषेक सिंह पर लगे थे। इसके अलावा हथियारों के लाइसेंस देने में भी बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने के इनपर आरोप हैं। बाद में इन्हें बिहार अरबन डेवलपमेंट कारपोरेशन में प्रबंध निदेशक (बुडको) बनाया गया।
डीएसपी को बनाया गया जांच अधिकारी
सिंह पर लगे तमाम आरोपों की जांच पूर्व में सरकार के स्तर पर कराई गई। जांच रिपोर्ट के बाद उन्हें बुडको के एमडी के पद से हटा दिया गया था। इसके बाद उन्हें मूल कैडर में त्रिपुरा वापस भेज दिया गया। शुरुआती जांच रिपोर्ट की समीक्षा के बाद राज्य सरकार ने इन पर कार्रवाई की अनुमति दी थी। आज भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के तहत अभिषेक कुमार सिंह के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने प्राथमिकी दर्ज की। सिंह पर आइपीसी की धारा 120 (बी), 13(1)(ए), पीसी एक्ट की धारा के तहत मुकदमा किया गया है। विशेष निगरानी के डीएसपी चंद्रभूषण को जांच पदाधिकारी बनाया गया है।
आपसी खींचतान के शिकार हुए आइजी अमित लोढ़ा व एसएसपी आदित्य कुमार
मगध रेंज के पूर्व आइजी अमित लोढ़ा (Ex IG Amit Lodha) और गया के एसएसपी रहे आदित्य कुमार (SSP Aditya Kumar) भी कार्रवाई के दायरे में हैं। दोनों आइपीएस अफसर विभागीय कार्यवाही का सामना करेंगे। दोनों अधिकारी पदस्थापना के दौरान आपस मे ही उलझ गए थे। आपसी खींचतान की शिकायत पुलिस मुख्यालय भी पहुंची, जिसके बाद दोनों को पद से हटा दिया गया था। हाल ही में दोनों अफसरों को फिर से पोस्टिंग दी गई है। सूत्रों के मुताबिक विभागीय कार्यवाही के साथ यदि मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा पाया जाता है तो इस संबंध में अलग से कार्रवाई की जाएगी।