Bihar Lockdown Update: लॉकडाउन में जितने सख्त हुए नियम उतना ही ब्रेक भी, 2260 पर FIR तो 2442 हुए गिरफ्तार
बिहार सरकार ने लॉकडाउन में सोमवार से और रियायत दे दी किंतु लॉकडाउन से अनलॉक-1 के बीच लोगों ने कानून का उल्लंघन करने के मामले में रिकॉर्ड बना दिया। खबर में जानें।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार सरकार ने लॉकडाउन में सोमवार से और रियायत दे दी, किंतु लॉकडाउन से अनलॉक-1 के बीच लोगों ने कानून का उल्लंघन करने के मामले में रिकॉर्ड बना दिया। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर शासन-प्रशासन की तमाम सख्ती के बावजूद आपदा प्रबंधन कानून 2006 और महामारी कानून 1897 के अलावा धारा 188 के तहत रिकॉर्ड संख्या में पुलिस की कार्रवाई से सरकार का खजाना भी खूब भरा। लॉकडाउन के दौरान जहां 2442 लोगों की गिरफ्तारी हुई। वहीं, 2260 लोगों पर एफआइआर दर्ज हुआ। सबसे अहम यह रहा कि 21 करोड़ से ज्यादा जुर्माना वसूला गया। पुलिस ने कानून के उल्लंघन के मामले में 85 हजार गाडिय़ां भी जब्त की।
10 जिलों में पांच हजार वाहन जब्त
एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार बताते हैं कि पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार राजधानी पटना समेत दस जिलों में पांच हजार से अधिक लोगों की गाडिय़ां जब्त की गईं हैं। उधर, दरभंगा में सर्वाधिक 260 लोगों को लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद गया में 221, मोतिहारी में 189, नवादा में 180, नालंदा में 180, सारण में 149, बेगूसराय में 119, रोहतास में 109, पटना में 110, बक्सर में 107 लोगों को जेल भेजा गया है।
मुजफ्फरपुर में जब्त हुई सर्वाधिक गाडिय़ां
बिहार के 40 पुलिस जिलों में सरकार के आदेश की अनदेखी करने में सर्वाधिक करीब नौ हजार गाडिय़ां मुजफ्फरपुर जिले में पुलिस ने जब्त की। इसके बाद जिन दस जिलों में पांच हजार से अधिक गाडिय़ां जब्त हुई उनमें अररिया, सारण, पटना, बेगूसराय, समस्तीपुर और नवादा है।
कहां-कहां गिरफ्तारी की नहीं आई नौबत
शेखपुरा, खगडिय़ा, मुंगेर, नवगछिया, सुपौल और मुजफ्फरपुर जिले में पुलिस के सामने लॉकडाउन के दौरान किसी को गिरफ्तार करने की नौबत नहीं आई, जबकि दो जिले ऐसे भी हैं, जहां लॉकडाउन से अनलॉक-1 तक में एक भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। ये जिले हैं शेखपुरा और सुपौल। अहम यह है कि जमुई में महज एक मुकदमा दर्ज किया गया है।
गया वालों ने भरा सबसे अधिक जुर्माना
जुर्माना का शिकंजा सर्वाधिक गया वालों पर कसा। करीब दो करोड़ रुपये जुर्माना गया जिले के लोगों ने भरा, जबकि पटना के अलावा मोतिहारी, दरंभगा, सारण और गोपालगंज वालों ने एक-एक करोड़ रुपये से ज्यादा जुर्माना चुकाया है।