Begusarai: उर्वरक कंपनी के अधिकारी की पत्नी व बच्चा यूपी के आगरा से बरामद, युवक गिरफ्तार
बेगूसराय के बरौनी स्थित हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन कंपनी के एक अधिकारी की पत्नी और बच्चे को पुलिस ने उत्तरप्रदेश के आगरा से बरामद किया है। वहीं का रहने वाला एक युवक भी पुलिस की गिरफ्त में आया है।
बरौनी (बेगूसराय), संवाद सूत्र। हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (HURL) के एक अधिकारी की पत्नी और बच्चे को पुलिस ने उत्तरप्रदेश के आगरा से बरामद कर लिया है। साथ ही अपहरण के आरोपित विक्की निर्मल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसे जेल भेज दिया गया है। बरौनी जीआरपी थानाध्यक्ष मो. इमरान आलम के नेतृत्व में गठित पुलिस की टीम ने यह सफलता हासिल की है।
मायके जाने के दौरान हो गई थी गायब
थानाध्यक्ष ने बताया कि बीते चार जून को हर्ल के एक अधिकारी ने अपनी 21 वर्षीय पत्नी और ढाई वर्ष के बेटे के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसके आलोक में पुलिस अनुसंधान कर रही थी। कंपनी के अधिकारी ने प्राथमिकी में बताया कि था 20 मई को उनकी पत्नी समस्तीपुर स्थित मायके जा रही थी। बरौनी जंक्शन पर अचानक पत्नी और बच्चा गायब हो गए। काफी ढूंढने पर भी उनका पता नहीं चला। तीन-चार घंटे बाद पत्नी का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। इसके बाद सगे-संबंंधियों के यहां भी पता लगाया लेकिन कोई पता नहीं चला। तब उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई।
मोबाइल लोकेशन से पुलिस को मिली सफलता
थानाध्यक्ष ने एक टीम गठित कर खोजबीन शुरू की। इस क्रम में मोबाइल का लोकेशन खंगाला गया तो वह यूपी के आगरा का मिला। इसकेबाद पुलिस टीम वहां पहुंची। तब आगरा के बाह थाना क्षेत्र में महिला और उसके बच्चे के होने की सूचना मिली। वह आरोपित के साथ ही रह रही थी। इसके बाद पुलिस ने बच्चा एवं महिला को बरामद करते हुए वहीं के जाटव तुला निवासी 24 वर्षीय विक्की निर्मल को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें वहां से लेकर बरौनी आई।
सदर अस्पताल के कर्मी पर लगाया बदतमीजी का आरोप
बुधवार की शाम सदर अस्पताल में अपने रिश्तेदार की रिपोर्ट लेने पहुंची एक छात्रा ने पहले तो मीडियाकर्मियों के सामने अस्पताल के एक कर्मी पर छेड़खानी व बदतमीजी का आरोप लगाया फिर गुरुवार को अस्पताल प्रबंधन समेत अन्य लोगों के दबाव के बाद अपने बयान से पलट गई। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार झा ने दोषी पाए जाने पर कर्मी पर कार्रवाई का निर्देश भी दे दिया। वहीं महिला थानाध्यक्ष अवंती कुमारी ने वरीय पदाधिकारियों को मामले से अवगत कराए जाने की बात कहते हुए बताया कि छात्रा गलतफहमी की शिकार हो गई थी।
कागजात दिखाने के बहाने बुलाया अंदर
बुधवार को करीब चार बजे पटना से पढ़ी लिखी छात्रा अपने रिश्तेदार को कोरोना जांच रिपोर्ट लेने सदर अस्पताल पहुंची थी। छात्रा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि टीबी विभाग में कार्यरत एक कर्मी ने उसे कागजात दिखाने के बहाने कमरे के अंदर बुलाया और छेड़खानी की। डरी सहमी छात्रा वहां से किसी तरह बच कर भाग निकली। गुरुवार की सुबह छात्रा फिर अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ सदर अस्पताल पहुंच गई और आरोपित कर्मचारी को पकड़ लिया। इस दौरान सिविल सर्जन कार्यालय में भी शिकायत की गई। मामला बढ़ता गया और बात महिला थाना तक पहुंची, इसके बाद महिला थाना पुलिस ने छात्रा को पुलिस जीप में बैठा कर महिला थाना ले गई। महिला थाना पहुंचने के बाद अस्पताल प्रबंधन समेत सत्तारूढ दल के नेताओं की आवाजाही तेज हो गई। इस दौरान कई घंटों तक महिला थानाध्यक्ष के कक्ष में छात्रा व अस्पताल कर्मियों के बीच वार्ता होती रही आखिर छात्रा बैकफुट पर आ गई।