कांग्रेस की फंडिंग के कारण खिंच रहा किसान आंदोलन, सुशील मोदी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को बाहरी फंडिंग के सहारे जिंदा रखने का आरोप नया नहीं है। अब भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर दिल्ली किसान आंदोलन में कांग्रेसकी भूमिका पर सवाल खड़ा किया है।
पटना, राज्य ब्यूरो। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को बाहरी फंडिंग के सहारे जिंदा रखने का आरोप नया नहीं है। अब भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi) ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर दिल्ली किसान आंदोलन में कांग्रेस (Role of congress in farmer movement) की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है।
उन्होंने लिखा भारतीय किसान यूनियन की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढुनी पर कांग्रेस से 10 करोड़ रुपये लेने के आरोप निराधार नहीं थे। संयुक्त किसान मोर्चा ने भले ही उनसे दूरी बना ली हो, लेकिन कांग्रेस सहित कई संगठनों की फंडिंग से इनकार नहीं किया जा सकता। भारत विरोधी ताकतों की मदद के कारण किसान आंदोलन का नेतृत्व तीन कृषि कानूनों को समाप्त करने पर अड़ा है।
सुशील मोदी ने राहुल गांधी पर बोला हमला
अगले ट्वीट में लिखा राहुल गांधी एक तरफ किसान आंदोलन की फंडिंग करा रहे हैं। दूसरी तरफ औद्योगिक घरानों के विरुद्ध नफरत पैदा कर अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाना चाहते हैं। उनकी पार्टी ने जब पटना में राजभवन मार्च का नाटक किया, तब कांग्रेस के 19 में से केवल एक विधायक का शामिल होना साबित करता है कि किसानों के मुद्दे पर बिहार के विधायक राहुल गांधी के साथ नहीं हैं।
तीसरे ट्वीट में लिखा कांग्रेस ने धारा -370 की समाप्ति, चीन से विवाद और राम मंदिर के लिए भूमिपूजन जैसे राजनीतिक मुद्दों पर ही नहीं, किसान सम्मान निधि और कोरोना टीकाकरण जैसे कल्याणकारी अभियान को लेकर भी जो नकारात्मकता दिखाई, उससे पार्टी के विधायक भी असहज महसूस कर रहे हैं।
यही नहीं, जब पार्टी के बिहार प्रभारी की मौजूदगी में हाथापाई की नौबत आ जाती है, तब ऐसे दल में कौन कब तक रहेगा, कौन जानता है? राहुल गांधी को विदेश में छुट्टियां मनाने से बचे समय का उपयोग सरकार को कोसने के बजाय संगठन को बचाने पर देना चाहिए।