विधानसभा के समक्ष सात को प्रदर्शन करेंगे राशन दुकानदार
- मांगें पूरी नहीं हुई तो अगले चरण में राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी - जनवितरण प्रणाली की दुकानों में लगेगा ताला - किरासन तेल के कमीशन में वृद्धि, डोर स्टेप डिलीवरी, 15000 रुपये वेतन या मानदेय समेत कई अन्य मांगें - संघर्ष के लिए बना मोर्चा, रामजान अंसारी बने मोर्चा के संयोजक -------- जागरण संवाददाता, पटना
पटना : जन वितरण प्रणाली के विक्रेता सात मार्च को विधानसभा के समक्ष धरना-प्रदर्शन करेंगे। उसके बाद भी अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ने की तैयारी है। इसको लेकर फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के दोनों धडे़ एकजुट हो गए हैं। आंदोलन को सफल बनाने के लिए ही मोर्चे का गठन किया गया है। मोर्चे के संयोजक रामजान अंसारी, एसोसिएशन के महामंत्री कृष्ण कुमार सिंह, अध्यक्ष मो. असलम, मीडिया प्रभारी मनोज कुमार ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में इस बात की घोषणा की।
मोर्चे ने कहा है कि राज्य सरकार मांगों की पूर्ति करें, अन्यथा जन वितरण दुकानों में तालाबंदी की जाएगी। पूरे माह के लिए खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए। दस दिनों में ही वितरण हो जाता है और 30 दिनों तक दुकान खोलकर रखनी पड़ती है। सप्ताह में एक दिन छुट्टी मिले। किरासन तेल के कमीशन में वृद्धि की जाए तथा डोर स्टेप डिलीवरी की जाए। राज्य सरकार विक्रेताओं को 15000 रुपये के आसपास वेतन या मानदेय दे। अनुकंपा में 58 वर्ष की उम्र सीमा को समाप्त करें। जांच दल में संघ का एक प्रतिनिधि रखा जाए। केंद्र सरकार द्वारा आवंटित चीनी का उठाव राज्य सरकार करे ओर इसका वितरण जन वितरण प्रणाली के माध्यम से हो। आपूर्ति टास्क फोर्स को पूर्ववत नियमित किया जाए। जनवितरण दुकानदारों का जीवन बीमा किया जाए।
आंदोलन को सफल बनाने के लिए 25 सदस्यीय संयुक्त मोर्चे का गठन किया गया है। दोनों खेमों के 12-12 सदस्यों को इसमें रखा गया है। इसके संयोजक रामजान अंसारी बनाए गए हैं।