अधजली लाश का बड़ा खुलासा, बेटी की जिद, समाज के ताने से तंग आ गया था पिता, दे दी मौत
बक्सर जिले के कुकुढ़ा में खेत से बरामद अज्ञात युवती के अधजले शव के पैर के बिछिया ने उसकी पहचान उजागर कर दी है। युवती के पिता ने ही उसकी निर्मम हत्या कर दी थी और शव को जला दिया था।
पटना, जेएनएन। बक्सर के कुकुढ़ा गांव में एक नवविवाहिता की अधजली लाश बरामद होने से सनसनी मच गई थी। शव के पैर का हिस्सा जलने से बच गया था, जिसमें मोजा, चप्पल और बिछिया ने शव की शिनाख्त में मदद की और पुलिस के मुताबिक मृतका की पहचान हो गई है। शिनाख्त के बाद जो खुलासा हुआ है वो दिल दहला देने वाला अॉनर किलिंग का है। बेटी की जिद और समाज के तानों से तंग आकर एक पिता ने अपनी बेटी की निर्मम हत्या कर दी।
शादी के बाद बेटी प्रेमी संग रहने की कर रही थी जिद
बक्सर के इटाढ़ी थाना अंतर्गत कुकुढ़ा में युवती की गोली मारकर हत्या के बाद शव को जलाए जाने की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामला ऑनर किलिंग का सामने आया है। मृतक युवती का नाम इंदू देवी था और उसकी हत्या उसके पिता और भाई ने ही अन्य तीन रिश्तेदारों के साथ मिलकर की थी।
हत्यारा पिता, भाई और मां गिरफ्तार
युवती शादी के बाद ससुराल से भाग कर मायके आ गई थी और अपने पूर्व प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी थी। इससे समाज के लोग ताने मारते थे, जिससे तंग आकर पूर्व फौजी पिता महेन्द्र प्रसाद ने अपने परिवार के साथ मिलकर इतना बड़ा कदम उठाया। पुलिस ने हत्या के आरोप में युवती के पिता, भाई मुकेश कुमार और माता शर्मिला देवी को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
तीन दिसंबर को की गई थी युवती की निर्मम हत्या
बताते चलें कि तीन दिसंबर की सुबह कुकुढ़ा गांव में एक युवती का अधजली अवस्था में शव मिलने से सनसनी मच गई थी। युवती को पहले सिर में गोली मारी गई थी, इसके बाद उसे जलाया गया था, जिसमें पैर के नीचे का हिस्सा छोड़ पूरा शरीर जल गया था।
पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए आरक्षी अधीक्षक उपेन्द्रनाथ वर्मा ने बताया कि शव मिलने के बाद से घटना के उद्भेदन के लिए पुलिस ने दो दिसंबर की रात में वहां सक्रिय सभी मोबाइल को सविलांस पर लिया। छानबीन के बाद 15-20 मोबाइल को छांट कर उन पर नजर रखी जा रही थी।
इसी बीच नौ दिसंबर को किसी ने पुलिस द्वारा दिए गए इनाम के लालच में दिनारा बाजार के महेन्द्र प्रसाद के घर से एक लड़की के गायब होने की सूचना दी। पुलिस ने महेन्द्र के मोबाइल को सर्विलांस में मिले मोबाइल नंबरों से मिलाया तो वह उसमें मिल गया। इसके बाद महेन्द्र के बेटे मुकेश, मां शर्मिला देवी और पुत्री प्रीति को शव के पैर में मिले चप्पल की पहचान के लिए बुलाया गया, लेकिन युवती की मां और भाई ने उसके आधार पर शव को पहचानने से मना कर दिया।
एसपी ने बताया की युवती की छोटी बहन प्रीति ने चप्पल के आधार पर उसकी पहचान की, जिसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर उन लोगों ने सारा राज खोल दिया। इसके बाद फरार पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
एक साल पहले हुई थी युवती की शादी
पुलिस के अनुसार युवती इंदू की शादी एक साल पहले डुमरांव में हुई थी, लेकिन शादी दूसरे ही दिन वह भागकर मायके चली आई थी। वह पहले से अपने मोहल्ले के ही एक लड़के से प्यार करती थी और उसी से शादी करना चाहती थी। हालांकि, उसकी शादी के बाद प्रेमी ने भी उसको अपनाने से इंकार कर दिया था। इसके बावजूद लड़की ससुराल जाने को राजी नहीं थी। घर में विवाहिता बेटी के रहने से मोहल्ले के लोग ताने मारते थे, जिससे परिवार परेशान था।
बोधगया ले जाने के बहाने युवती को लाया गया कुकुढ़ा
हत्याकांड को अंजाम देने के लिए युवती को उसके पिता और भाई बोधगया ले जाने के बहाने उसे बक्सर लेकर आए। दो दिसंबर की रात एक ही मोटरसाइिकल पर पिता और भाई लड़की को लेकर कुकुढ़ा पहुंचे। यहां पहले से आरोपित पिता का भांजा समेत तीन और लोग एक बाइक के साथ मौजूद थे। भांजा कुकुढ़ा का ही रहने वाला है और उसी ने मौत की जगह तय की थी। रात 12 बजे युवती की हत्या कर शव जलाने के बाद सभी लोग दिनारा चले गए।