Top 10 Big Events in 2020: बिहार को मिलेंगे तीन नए स्टेडियम, जलजमाव से मुक्त होगा पटना, जानें और क्या होगा खास
बिहार को साल 2020 से काफी उम्मीदें हैं। पहली जनवरी की सुबह की शुरुआत बड़ी प्रभातफेरी से हो रही है। जानें राज्य को इस साल क्या-क्या मिल रहा है।
पटना, जेएनएन। बिहार को साल 2020 से काफी उम्मीदें हैं। कई सपने जो 2019 में संजोए थे वे नए साल में पूरे हो जाएंगे। वैशाली को जहां दूसरा पावर ग्रिड सब स्टेशन मिल जाएगा तो सिवान के खाते में कई सौगातें जाएंगी। नए साल में शहर को स्मार्ट बनने की ओर देखने के साथ ही खेल, मनोरंजन आदि से बड़ी उम्मीदें हैं। आइए जानते हैं क्यों होगा 2020 बिहार के लिए खास।
1. शबद कीर्तन व प्रवचन से होगी नए साल की शुरुआत
राजधानीवासियों की नए साल की शुरुआत गुरु गोविंद सिंह के प्रकाशपर्व से होगी। एक जनवरी यानी आज प्रकाशोत्व पर नगर कीतर्न निकाला जाएगा। पांच किलोमीटर लंबे नगर कीर्तन को गायघाट से दोपहर एक बजे निकलने के बाद तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब रात के 8 बजे तक पहुंचेगा। वहीं दो जनवरी को तख्त श्री हरिमंदिर में मुख्य समारोह होगा। इसमें शबद कीर्तन, भजन, प्रवचन के बाद बिहार के प्रमुख विशिष्टों का आगमन होगा।
2. जलजमाव से मुक्त होगा पटना
बीत रहे साल में जलजमाव पटना के लिए सबसे बड़ी त्रासदी रही। शासन व प्रशासन की हुई जबर्दस्त किरकिरी और अदालत की फटकार के बाद जलजमाव से मुक्ति के लिए कई बड़े फैसले लिए गए हैं। इसी के तहत शहर के नौ प्रमुख नालों पर दशकों से किए गए अवैध कब्जे को अभियान चलाकर हटाया गया। दो हजार से अधिक अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए। अब इन नालों की गहराई तक सफाई की जा रही है। उम्मीद है कि अब 2020 में बरसात का पानी नालों के जरिए निकल जाएगा और शहर में जलजमाव नहीं होगा।
3. बहुरेंगे कुओं व तालाबों के दिन
गर्मियों में जल संकट का सामना करने के लिए कुओं और तालाबों की उड़ाही के लिए युद्ध स्तर पर प्रशासनिक कदम उठाए जा रहे हैं। आयुक्त ने इसके लिए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। पंचायत के मुखिया से कुओं का आकलन कराया जाएगा। इसके बाद उड़ाही कराकर कुओं के चारों ओर पांच से दस फीट का चबूतरा बनाया जाएगा। इसके लिए तालाबों की उड़ाही के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। पटना जिले में 2253 सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को चिह्नित किया गया है। इसमें 524 तालाब अतिक्रमित पाए गए हैं। इनमें 479 को अतिक्रमणमुक्त करने की कार्रवाई की जा रही है। उम्मीद है कि 2020 में शहर अपने पारंपरिक जलस्रोतों के करीब होगा।
4. हरियाली से होगी खुशहाली
बीत रहे साल में पटना वायु प्रदूषण से जूझता रहा। कई अलग-अलग दिनों में पटना देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शुमार रहा। इससे निपटने के लिए बड़ी संख्या में पौधे लगाए गए हैं। वन विभाग ने पटना में 40 हजार 630 पौधे लगाए हैं। मनरेगा के तहत 86 हजार 800 पौधे लगाए जा चुके हैं। दावा है कि इनमें से अधिकतर पौधे जीवित हैं। पटना को उम्मीद है कि इन पौधों के पेड़ बनने से 2020 में हरियाली आएगी और पटना प्रदूषण मुक्त रहेगा।
5. स्मार्ट सिटी की योजनाओं में भरेंगे नए रंग
बीत रहे साल में तो पटना स्मार्ट सिटी की तस्वीर कल्पना में ही बनाता रह गया। कुछ तकनीकी तो कुछ प्रशासनिक वजहों से शहर को निराशा ही हाथ लगी। आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने भरोसा दिलाया है कि नए साल में द्रुत गति से स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं का कार्यारंभ होगा। पटना उम्मीद कर रहा है कि 2020 में स्मार्ट बनेगा।
6. कलाकारों को किया जाएगा सम्मानित
नये साल में बिहार कला पुरस्कार से कला के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले कलाकारों को बसंत पंचमी के दिन सम्मानित किया जाएगा। नये वर्ष में बिहार ललित कला अकादमी और बिहार संगीत नाटक अकादमी की नई कार्यकारिणी का गठन किए जाने की उम्मीद है। नए वर्ष में विभाग की ओर से मार्च में भारत का पहला म्यूजियम बिनाले का आयोजन बिहार संग्रहालय में होना है। इस बिनाले का आयोजन बिहार दिवस के मौके पर 22 मार्च को होगा। कार्यक्रम में देशभर के 8 म्यूजियम निदेशक भाग लेंगे और देश के अलग-अलग म्यूजियम की खासियत के बारे में प्रकाश डालेंगे।
7. बिहार को मिलेंगे तीन नए स्टेडियम
18 साल के वनवास के बाद खेल के मैदान से राज्य के लिए खुशखबरी है। क्रिकेट के ट्रैक पर लौटने के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही बिहार में तीन अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम मिल जाएंगेे। मोइनुल हक स्टेडियम तो है ही। राजगीर के पिल्खी में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण हो रहा है। नव वर्ष में क्रिकेट समेत अन्य खेलों के खिलाड़ी दोगुने जोश के साथ बिहार राज्य को शीर्ष पर पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। पिछले साल बिहार को मिली रणजी की मान्यता, 48 साल बाद बिशन सिंह बेदी का रिकॉर्ड तोडऩे वाले आशुतोष अमन और झारखंड छोड़ अपने घर लौटे बाबुल, समर कादरी जैसे क्रिकेटर अंधकार में उम्मीद की किरण बनकर उभरे हैं। मोइनुल हक स्टेडियम के ताले खुल चुके हैं और रणजी के आयोजन हो रहे हैं।
8. नालंदा: नए स्वरूप में दिखेगा महाभारत कालीन तालाब
सांप्रदायिक सौहार्द का बेमिसाल उदाहरण हिलसा नगर परिषद के महाकाली मंदिर के समीप अवस्थित अस्तित्व खोता जा रहा अति प्राचीन महाभारतकालीन पक्की तालाब नए वर्ष में नए रूप में नजर आएगा। नगर विकास विभाग द्वारा जीवन हरियाली योजना के तहत चयनित इस तालाब का जीर्णोद्धार का कार्य हिलसा नगर परिषद द्वारा शुरू कर दिया गया है। 2 लाख 88 हजार रुपए की प्राक्कलित राशि से होने वाले जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 26 अक्टूबर 2019 को किया था। बीते शनिवार से संवेदक ने तालाब की खुदाई का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
9. सिवान को इस साल मिलेंगी कई सौगातें
नए वर्ष में शिक्षा, बिजली, सड़क, मनरेगा, पेयजल, सिंचाई आदि कई क्षेत्र में महत्वपूर्ण सौगात दारौंदा को मिलेगी। दारौंदा के उजांय में महिला एवं पुरुष आइटीआइ कॉलेज करोड़ों रुपये की लागत से बन रही है। उम्मीद है कि अगले दो या तीन माह में पूरी तरह भवन निर्माण कर लिया जाएगा। दूसरी ओर बालिका छात्रवास बनकर तैयार है। उसको शुरू करने की तैयारी विभाग द्वारा की जा रही है। हालांकि कर्मी संजय कुमार ने बताया कि जनवरी 2018 में ही कार्य पूरा करना था, लेकिन स्थल चयन एवं विवाद हो जाने से निर्धारित समय सीमा में पूरा नहीं हो सका, लेकिन निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। उम्मीद है कि वर्ष 2020-21 में संचालित हो जाएगा।
10. वैशाली: स्थापित हो जाएगा दूसरा पावर ग्रिड सब स्टेशन
वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर में दिग्घी के बाद जिले में दूसरा पावर ग्रिड सब स्टेशन जल्द ही स्थापित होने जा रहा है। वर्ष 2020 में पावर ग्रीड सब स्टेशन धरातल पर आकार ले लेगा। राज्य सरकार से मंजूरी मिलने के बाद पावर ग्रिड सब स्टेशन के निर्माण की प्रक्रिया विभागीय स्तर पर शुरू कर दी गई है। दूसरे पावर ग्रिड सब स्टेशन के निर्माण पर करीब 50 करोड़ रुपये की लागत आएगी। सरकार ने इसकी मंजूरी के साथ ही राशि की भी स्वीकृति प्रदान कर दी है। सब स्टेशन के लिए 25 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। निबंधन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जमीन का निबंधन सतत लीज नीति के तहत कराया गया है। रैयतों को नियमानुकूल राशि का भुगतान भी चेक के माध्यम से कर दिया गया है। पावर ग्रिड सब स्टेशन का निर्माण कार्य दो वर्ष के अंदर पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है।
11. रिफाइनरी, एनटीपीसी और हर्ल कारखाना के लिए खास होगा 2020
बेगूसराय को सूबे की औद्योगिक व सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। यहां पर कई उद्योग चल रहे हैं। बरौनी रिफाइनरी, एनटीपीसी बरौनी व हर्ल कारखाना के लिए वर्ष 2020 बहुत ही खास है। नए साल में रिफाइनरी के अंदर एनएचटी-सीसीआर यूनिट की कमिशनिंग की जाएगी। फिलहाल बरौनी रिफाइनरी पेट्रोल के उत्पादन के लिए रिफॉर्मेट अन्य रिफाइनरी यूनिटों से मंगवाती है। इस यूनिट के कमिशनिंग के साथ बरौनी रिफाइनरी में रिफॉर्मेट का उत्पादन होगा। जिससे पेट्रोल के उत्पादन में सहूलियत होगी। मेक इन इंडिया के तहत इंडियन ऑयल के अनुसंधान एवं विकास केंद्र द्वारा विकसित तकनीक पर आधारित इंडजेट यूनिट की स्थापना बरौनी रिफाइनरी में की जा रही है। जिससे एटीएफ (हवाई ईंधन) का उत्पादन होगा। इंडजेट यूनिट की कमिशनिंग के साथ सूबे के सभी हवाई अड्डों को एटीएफ की आपूर्ति बरौनी रिफाइनरी वर्ष 2020 साल के अंत करने लगेगी।