अंजनी कुमार सिंह बने सीएम के परामर्शी, मिला कैबिनेट मंत्री का दर्जा, मिलेंगी ये सुविधायें
बिहार के पूर्व मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को सीएम का परामर्शी नियुक्त किया गया है। उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है।
पटना [जेएनएन]। प्रदेश के मुख्यसचिव पद से सेवानिवृत अंजनी कुमार सिंह को सरकार ने मुख्यमंत्री का परामर्शी (नीति एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन) पद पर नियुक्त किया है। उन्हें मंत्री स्तर का दर्जा और सुविधाएं प्राप्त होगी। मंत्रिमंडल सचिवालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
मुख्यमंत्री के परामर्शी के रूप में अंजनी कुमार सिंह राज्य के सर्वांगीण विकास से संबंधित नीतियों, संकल्पों एवं कार्यक्रमों के निर्धारण में मुख्यमंत्री को परामर्श देंगे। साथ ही जो नीतियां बनी और संकल्प लिए गए उनका सही प्रकार से कार्यान्वयन हो इसमें भी वे मुख्यमंत्री को आवश्यक सहयोग देंगे। मुख्यमंत्री के परामर्शी, नीति एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन का नियंत्री विभाग मंत्रिमंडल सचिवालय होगा।
नीतीश के काफी करीबी रहे हैं अंजनी सिंह
सियासी गलियारे में हो रही चर्चाओं के मुताबिक अंजनी कुमार सिंह नीतीश कुमार के काफी करीबी रहे हैं। लंबे अर्से तक वे नीतीश कुमार के प्रधान सचिव रहे। इसके बाद ही उन्हें सूबे का मुख्य सचिव बनाया गया। शराबबंदी, दहेजबंदी सहित कई योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करवाया।
मिला कैबिनेट मंत्री का दर्जा
मुख्यमंत्री के परामर्शी बनाये गये अंजनी कुमार सिंह को लाखों रूपये वेतन भत्ते के साथ साथ बंगला, गाड़ी और निजी स्टाफ की सुविधा मिलेगी। सरकार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। ऐसे में उन्हें तकरीबन दो लाख रूपये वेतन-भत्ता मिलेगा। वहीं, सरकारी बंगला और लक्जरी गाड़ी की सुविधा भी मिलेगी। वे 6 निजी स्टाफ भी रख सकेंगे, जिनके वेतन का भुगतान सरकार करेगी। यूं कहें तो एक कैबिनेट मंत्री को जितनी सुविधायें मिलती है, वे सभी सुविधायें इन्हें मिलेगी।
बता दें कि अंजनी कुमार सिंह 31 मई को बिहार के मुख्यसचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। 1981 बैच के अधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने बिहार सरकार में विभिन्न पदों पर रहते हुए मुख्य सचिव के पद तक का सफर पूरा किया और 31 मई 2018 को वे सेवानिवृत्त हुए हैं।