बिहारः भोजपुरी विवि की मांग को लेकर राज्यपाल से मिले मांझी, जाएंगे दिल्ली
बिहार में भोजपुरी विश्वविद्यालय की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को राज्यपाल डॉ.रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री से भी मिलने का समय मांगा है।
पटना [वेब डेस्क ]। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राज्य में भोजपुरी विश्वविद्यालय की स्थापना पर जोर दिया है। इस मांग को लेकर वे बुधवार को राज्यपाल डॉ.रामनाथ कोविंद से मिले। कहा कि भोजपुरी बिहार की मातृभाषा है। इस भाषा को सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता। न केवल भारत बल्कि मॉरीशस, सूरीनाम, अफ्रीका में भी भोजपुरी बोलने वालों की अच्छी तादाद है। मॉरीशस में यह राजभाषा की तरह सम्मानित है।
कहा कि इस मांग को लेकर वे प्रधानमंत्री से मिलेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलने का समय भी मांगा है। मांझी ने बताया कि वे 11 सितंबर को भाजपा नेताओं से मिलने दिल्ली जाने वाले हैं। वहां इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएंगे। उपराष्ट्रपति डॉ.हामिद अंसारी भी गुरुवार को पटना आ रहे हैं। वे भोजपुरी विवि को लेकर उपराष्ट्रपति से भी मिलेंगे।
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उल्लेखनीय है कि भोजपुरी विश्वविद्यालय की मांग आरा के वीर कुँअर सिंह विश्वविद्यालय में इस भाषा की पढ़ाई बंद किए जाने के बाद शुरू हुई है। विवि की स्थापना के समय से ही भोजपुरी की पढ़ाई यहां हो रही थी लेकिन गत वर्ष यहां इसपर रोक लगा दी गई। दो दिन पहले इस मुद्दे को लेकर भोजपुर बंद का आह्वान किया गया था। इसमें सभी दलों के नेताओं ने हिस्सा लेकर एक स्वर से भोजपुरी की पढ़ाई आरा में शुरू कराने की मांग की थी।
इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि भोजपुरी बिहार की पहचान है। उन्होंने सरकार से भोजपुरी विवि की स्थापना के साथ इस भाषा की पढ़ाई को वरीयता देने की मांग उठाई है। वे इस मुद्दे को लेकर बुधवार को राज्यपाल से मिले और उनसे इस दिशा में पहल करने की मांग की।
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बाद में मांझी ने कहा कि राज्यपाल से उनकी मुलाकात सार्थक रही है। अब वे पटना में उपराष्ट्रपति और दिल्ली में प्रधानमंत्री और शिक्षामंत्री से भी मिलेंगे। कहा कि भोजपुरी का मामला बिहार की अस्मिता से जुड़ा मामला है।