गांव से जोड़ा जाएगा बाईपास, पटना से सवा घंटे में पहुंच सकेंगे राजगीर
राजधानी में रहते हुए राजगीर जाना अब आसान होगा। पटना एयरपोर्ट से मात्र डेढ़ घंटे में राजगीर की सैर की जा सकेगी। इसके साथ ही गांव-गांव को बाईपास से जोड़ने की कवायद तेज की जाएगी।
पटना, जेएनएन। अगर बिहार में हैं तो पर्यटन स्थलों की सैर करना आसान होगा। जल्द ही पटना एयरपोर्ट से सवा घंटे में राजगीर का दीदार किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को छह घंटे तक पटना से नालंदा-राजगीर के बीच निर्माणाधीन कई सड़कों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राजगीर से पटना एयरपोर्ट की दूरी सड़क मार्ग से सवा घंटे में तय करने के लिए फोरलेन से तेलमर होते हुए सालेपुर, नूरसराय-सिलाव रोड को दस मीटर चौड़ा बनाया जाए।
फुट ओवर ब्रिज के लिए काम करें अफसर
जहां-जहां गांव हैं उन सभी को बाईपास से जोड़ा जाए। बिहटा-सरमेरा सड़क का निर्माण कार्य डुमरी से सरमेरा तक के स्ट्रेच में मई तक पूरा किए जाने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त ग्रामीणों द्वारा सड़क सुरक्षा का संदर्भ लेकर कई जगहों पर फुट ओवर ब्रिज और अंडरपास के निर्माण की मांग पर उन्होंने अफसरों को काम कराने के निर्देश दिए। अभी पटना से राजगीर जाने में लगभग ढ़ाई घंटा लगता है।
पैदल घूमकर लिया आरओबी का जायजा
दनियावां में मुख्यमंत्री ने पैदल घूमकर यहां बनने वाले आरओबी का जायजा लिया। दनियावां को बिहटा-सरमेरा सड़क के जंक्शन के रूप में माना जाता है। मुख्यमंत्री दनियावां बाजार में अपनी गाड़ी से उतर गए और पैदल रेलवे स्टेशन पहुंच गए। वहां उन्होंने दनियावां से नेउरा की निकल रहे रेलवे लाइन की प्रगति के बारे में भी अफसरों से पूछताछ की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां एनएच-30 ए पर जो फ्लाईओवर बन रहा है उसका एक लेग दनियावां-हिलसा- इस्लामपुर सड़क पर भी उतारा जाए। इससे लोगों को काफी सहूलियत होगी। इन जगहों पर फुट ओवर ब्रिज, अंडर पास व एलिवेटेड सड़क का निर्माण बिहटा-सरमेरा रोड का निरीक्षण करने मुख्यमंत्री परसा-पुनपुन होते हुए डुमरी पहुंचे। वहां नीमा गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री से यह मांग की, कि सड़क पार करने के लिए यहां फुट ओवर ब्रिज का निर्माण जरूरी है। मुख्यमंत्री ने अफसरों को यहां फुट ओवर ब्रिज के निर्माण का आदेश दिया।
बिहटा-सरमेरा के लिए बनेगा अंडरपास
बिहटा-सरमेरा सड़क पर ही स्थित मसौढ़ी गांव के लोगों ने सड़क पार करने के लिए अंडरपास बनाए जाने की मांग रखी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव विनय कुमार को मौके पर ही इसके लिए निर्देश दिया। कहां-कहां अंडरपास की जरूरत है उसका अंकेक्षण कराने की बात भी कही। एनएच-31 पर बिहारशरीफ-हरनौत-मोरा तालाब व धमौली में एलिवेटड सड़क और गिरियक, वेना में बाइपास के प्रावधान का निर्देश दिया। निरीक्षण कार्यक्रम में पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, बीएसआरडीसी के प्रबंध निदेशक संजय अग्रवाल, सीजीएम चंद्रशेखर व रेलवे तथा एनएचएआइ के अधिकारी भी मौजूद थे।