हर बुखार डेंगू नहीं, यहां जानें क्या हैं इस बीमारी के लक्षण-एेसे कर सकते हैं बचाव Patna News
बुखार आने का मतलब डेंगू नहीं है लेकिन मच्छरों से बचाव जरूरी है। असावधानी के कारण लोग डेंगू के शिकार हो रहे हैं। आइए जानते हैं कैसे हो सकता है इस बीमारी से बचाव।
पटना, जेएनएन। कॉमन वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टाइफस, टायफाइड आदि बीमारियां वर्तमान समय में अधिक होती हैं। इनमें अधिकतर बीमारियां मच्छरजनित हैं। ऐसे में मच्छरों से बचाव जरूरी है। थोड़ी सी असावधानी के कारण लोग डेंगू के शिकार हो सकते हैं। हर बुखार डेंगू ही हो यह जरूरी नहीं है।
यदि दो-तीन दिनों तक बुखार के साथ दर्द आदि हो तो डॉक्टर की सलाह से डेंगू की जांच कराएं। जांच रिपोर्ट के अनुसार इलाज करवाएं। वर्तमान में डेंगू का प्रकोप राजधानी में काफी बढऩे लगा है। ऐसे में सजग रहने की जरूरत है। गुरुवार को दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम 'हेलो डॉक्टर' में पाठकों के सवालों का जवाब देते हुए इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस), मेडिसिन विभाग के प्रो. डॉ. सुधीर कुमार ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि डेंगू के मरीज पूरी सावधानी बरतें। शरीर में पानी की मात्रा पर्याप्त रूप से बनाएं रखे। प्रस्तुत है कार्यक्रम में आए पाठकों के सवाल और उनके जवाब-
मच्छरों से होने वाली बीमारियों से कैसे बचा जा सकता है?
कमल साह, केतन छपरा
- मच्छरों से होने वाली बीमारियों में डेंगू सबसे खतरनाक है। डेंगू का मच्छर सुबह या शाम में ही काटता है। आसपास में पानी जमा नहीं होने दें। पूरी बाजू के कपड़े पहनें। रात में मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
दो दिनों से बुखार है। रीढ़ व बदन में काफी दर्द है?
सुनीता कुमारी, भागवत नगर।
आप एनएमसीएच या अन्य किसी सरकारी अस्पताल में डेंगू की जांच करवाएं। इससे आपकी बीमारी स्पष्ट हो जाएगी। शरीर में पानी की मात्रा बनाएं रखें। आराम करें।
बेटे को डेंगू हो गया था। अब ठीक हो गया है। क्या प्लेटलेट्स जांच जरूरी है?
अशोक कुमार, हाजीपुर
यदि ठीक हुए 10 दिन से अधिक हो गया है और बुखार नहीं आ रहा हो तो जांच जरूरी नहीं है। उसका पूरा ख्याल रखें। दोबारा डेंगू ना हो इसका ख्याल रखें।
दो दिनों से बुखार है। क्या करें?
अमृता कुमारी, नंदलाल छपरा
बुखार होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। हर बुखार डेंगू हो यह जरूरी नहीं है। अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस में जांच करवाएं।
डेंगू से बचाव के लिए क्या करें?
सत्य प्रकाश, हाजीपुर
अपने आसपास पानी जमा नहीं होने दें। डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। सुबह-शाम इसके मच्छर खूब काटते हैं। मच्छर से बचाव के लिए फूल बाजू के कपड़े पहनें। रात में मच्छरदानी का उपयोग करें।
डेंगू बुखार के लक्षण
इसमें मरीज को वायरल बुखार जैसे लक्षण होते हैं। बदन दर्द व शरीर पर लाल दाने हो सकते हैं। गंभीर होने पर मरीज को तेज बुखार, सिर व मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, आंख लाल हो जाना, अत्यधिक कमजोरी लगना, भूख में कमी, जी मिचलाना, शरीर में लाल रंग के दाने निकालना, नाक, मुंह, शौच, पेशाब में खून आना, त्वचा पर नीले-काले चकत्ते जैसे लक्षण भी पाए जाते हैं। इसमें प्लेटलेट्स की संख्या काफी कम हो जाती है।
ये हैं चेतावनी संकेत
- पेट व सिर में दर्द होना
- नाक या मसूड़ों से रक्तस्राव होना
- त्वचा में लाल चकत्तों का बढ़ जाना
- बेहोश होना
- रक्तचाप कम हो जाना