जाम से हर दिन हलकान हो रहे यात्री, सफर करना बन रहा दुश्वार, नहीं मिल रही निजात
राजधानी पटना और इसके आसपास के इलाके में में जाम से लोगों को काफी मुश््िकलों का सामना करना पड़ रहा है।
पटना [जेएनएन]। राजधानी पटना और इसके आसपास का इलाका इन दिनों जाम से कराह रहा है। चाहे वह महात्मा गांधी सेतु की बात हो या पटना-बिहटा-कोईलवर की। हर जगह सड़कों पर लगातार जाम रहने लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एक तो चिलचिलाती गर्मी और दूसरी ओर ऊपर से जाम। आप समझ सकते है क्या हाल होता होगा। जो रास्ता आधे घंटे में तय होते है वहीं उस रास्ते को पार करने में घंटों लग जाते है।
हाल नगर के मुख्य मार्ग पर हर दिन लगने वाली जाम की समस्या से निजात नहीं मिल रही है। बिहटा-कनपा, बिहटा-बिक्रम, बिहटा-मनेर, बिहटा-खगौल और बिहटा कोईलवर सड़क मार्ग पर सात किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी कतार लगी रही। महाजाम से निबटने के लिए प्रशासन की पहल भी बेकार साबित हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बड़े वाहनों की परिचालन बंद किए जाने से एक लेन पूरे दिन जाम रहता है। एक लेन से ही वाहनों का परिचालन होता है। यदि दूसरे लेन में कोई गाड़ी खराब हो गई तो समस्या गंभीर हो जाती है। इस जाम में एंबुलेंस भी फंसी रहती है।
स्थानीय नागरिक राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि सड़क जाम के कारण मील में चावल का अंबार लगा है। कोई ट्रक वाला लोडिंग के लिए तैयार नहीं है। प्रेम कुमार सिंह ने बताया कि जाम के कारण तीन दिनों से भोजपुर और पटना के दीदारगंज में स्लैग लदा वाहन खड़ा है। अभी तक बिहटा नही पंहुचा है। आज रात तक अगर स्लैग फैक्ट्री तक नहीं पहुंच सका तो फैक्ट्री को मजबूरन बंद करना पड़ेगा।
कुछ दिनों पहले निर्णय लिया गया था कि सुबह छह बजे से लेकर रात के 12 बजे तक बड़े वाहनों का परिचालन पटना के तरफ नहीं होगा। कोईलवर पुल एक घटा अप में और एक घटा डाउन में पारी से खोला जाएगा। लेकिन इस नियम को मात्र चार दिनों तक लागू किया गया उसके बाद फिर से स्थिति यथावत है।