कोरोना से मुक्त होने के बाद भी हो रही हो दिक्कत तो आइजीआइएमएस में आकर जांच जरूर करा लें
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में शनिवार को चार सुपर स्पेशियलिटी विभागों के साथ पोस्ट कोविड अस्पताल का शुभारंभ संस्थान के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने किया। उन्होंने खुद पहले मरीज के रूप में चेकअप भी कराया। उन्हें कमजोरी हल्का दम फूलने की परेशानी थी।
पटना, जागरण संवाददाता। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में शनिवार को चार सुपर स्पेशियलिटी विभागों के साथ पोस्ट कोविड अस्पताल का शुभारंभ संस्थान के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने किया। इसके शुभारंभ के साथ ही वह खुद पहले मरीज के रूप में चेकअप भी कराया। उन्हें कमजोरी, हल्का दम फूलने की परेशानी थी। कोविड से ठीक होने के दो महीने बाद भी उन्हें यह परेशानी हो रही थी।
कोरोना की मार झेल चुके मरीजों को एक छत के नीचे हर तरह की जांच
उन्होंने कहा कि कोविड से ठीक होने के बाद भी उन समस्याओं को लेकर मरीज इधर-उधर भटकते फिरते है। इससे निदान के लिए अब एक ही छत के नीचे हो सकेगा। जेनरल मेडिसीन, पल्मो मेडिसीन, न्यूरो मेडिसीन, कॉर्डियोलॉजी, मनोरोग विभाग एवं फिजियोथेरेपी विभाग पोस्ट कोविड क्लीनिक में एक साथ उपचार के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे।
कोविड से स्वस्थ होने वालों में लगातार सामने आ रही स्वास्थ्य की समस्या
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि कोविड से स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में कोविड के बाद उन मरीजों में कई तरह की समस्या बनी रहती है। कमजोरी, खांसी, चक्कर आना, ब्लड प्रेशर बढ़ा, दम फूलना आदि समस्या लोगों में बनी रहती है। अब ऐसे मरीजों की समस्या का निदान एक छत के नीचे हो सकेगा। शुभारंभ के अवसर पर आंख विभागाध्यक्ष डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा, डॉ. अमन कुमार, डॉ. अवनीश कुमार, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. विनोद कुमार भी थे।
बिहार में लगातार घट रहे हैं कोरोना के मरीज
इस सबके बीच राहत की खबर यह है कि बिहार में कोरोना के मरीज लगातार घट रहे हैं। बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने भी इसकी पुष्टि की है। ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद सरकार प्रदेश में भी काफी सतर्कता बरत रही है और ब्रिटेन से आने वाले लोगों को ढूंढकर उनकी जांच कराई जा रही है।